Indian Railways : वंदे भारत ट्रेन ने दोहराया इतिहास, वजन के साथ दौडी 180 पर, जीएम बने साक्षी

Indian Railways : वंदे भारत ट्रेन ने दोहराया इतिहास, वजन के साथ दौडी 180 पर, जीएम बने साक्षी

Kota Rail News :  वंदे भारत ट्रेन ने चार साल बाद कोटा रेल मंडल में फिर से अपना इतिहास दौहराया है। रविवार को अपने परीक्षण के दौरान वंदे भारत ट्रेन वजन के साथ फिर से अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौडी। इस बार पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक जीएम सुधीर कुमार गुप्ता और चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफए) के जीएम एके अग्रवाल भी इसके साक्षी बने। जीएम कोटा से लबान और लबान से कोटा में इस ट्रेन में मौजूद रहे। जीएम दोपहर बाद इस परीक्षण में शामिल हुए। इससे पहले जिएम अपने सलून में ही मौजूद रहे। रात को जीएम दयोदय ट्रेन से वापस जबलपुर लौट गए।
उल्लेखनीय है कि वंदे भारत ट्रेन 2018 में भी कोटा मंडल में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ चुकी है। तब इसका नाम ट्रेन-18 था। यह इस ट्रेन के पहले वर्जन का परीक्षण था जो पहली बार कोटा मंडल में हुआ था। कुछ परिवर्तन के साथ इस ट्रेन के दूसरे वर्जन का परीक्षण भी पहली बार इतनी अधिक रफ्तार से कोटा मंडल में चल रहा है।
सीआरबी कल कोटा में!
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष (सीआरबी) विनय त्रिपाठी मंगलवार को कोटा आ सकते हैं। त्रिपाठी के कोटा आने का कारण वंदे भारत ट्रेन के ट्रायल रन में शामिल होना बताया जा रहा है।