जनजातीय कार्य मंत्रालय ने ईएमआरएस शिक्षकों और संकाय को सोशल मीडिया की विशेषताओं की ओर उन्मुख करने के लिए सोशल मीडिया पर एक वर्चुअल कार्यशाला आयोजित की

जनजातीय कार्य मंत्रालय के अधीन जनजातीय छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा सोसायटी (एनईएसटीएस) ने ईएमआरएस शिक्षकों व संकाय को सोशल मीडिया विशेषताओं और उपकरणों पर उन्मुख करने को लेकर सोशल मीडिया पर एक वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन किया गया।

बीते बुधवार नई दिल्ली स्थित एनईएसटीएस के मुख्यालय से इस ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

इस ऑनलाइन सत्र में एनईएसटीएस के आयुक्त श्री असित गोपाल, फेसबुक इंडिया के पॉलिटिक्स व एडवोकेसी पार्टनरशिप के हेड ऑफ गवर्नमेंट श्री आशीष पाण्डेय, ट्विटर इंडिया के पब्लिक पॉलिसी व फिलानथ्रॉपी के वरिष्ठ निदेशक श्री समीरन गुप्ता, पीआईबी के सहायक निदेशक श्री सुशील कुमार और मंत्रालय व एनईएसटीएस के अन्य अधिकारियों ने इस कार्यक्रम का मार्गदर्शन किया। वहीं, पूरे देश के 378 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के प्रधानाचार्य और शिक्षक इस सत्र में ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए।

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श्री सुशील कुमार ने औपचारिक प्रणालियों में सोशल मीडिया के महत्व और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया। श्री आशीष पाण्डेय ने बुनियादी और विषयवस्तु के सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों, बूस्टिंग व विज्ञापन की मूल बातों की जानकारी दीं।

वहीं, श्री समीरन गुप्ता ने ट्विटर को प्रस्तुत करने पर अपना ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बताया कि कैसे प्रधानाचार्य और शिक्षक विश्व से जुड़ने के लिए ट्विटर का उपयोग कर सकते हैं, जो उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता एनईएसटीएस के आयुक्त श्री असित गोपाल ने की। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि कैसे मीडिया चौथी सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में सामने आया है। श्री गोपाल ने कहा कि इसका उपयोग बड़ी जिम्मेदारी के साथ किया जाना चाहिए क्योंकि, शक्ति के साथ जवाबदेही आती है। उन्होंने कहा कि सभी ईएमआरएस को बेहतर सामाजिक पहुंच और वैश्विक जुड़ाव के लिए विभिन्न सोशल मीडिया मंचों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

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इस कार्यशाला में प्रतिष्ठित वक्ताओं ने एकलव्य मॉडल विद्यालयों के प्रतिभागियों को फेसबुक और ट्विटर के रूप में सोशल मीडिया हैंडल के बहुमुखी और सुरक्षित उपयोग के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा उन्हें दूसरों के साथ जुड़ने और विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके विविध मंचों पर सामग्री को साझा करने के बारे में भी बताया गया।

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