दूरसंचार विभाग ने आईएसडी कॉल में सेंध लगाने के लिए धोखाधड़ी वाले अवैध दूरसंचार सेट-अप्स का पता लगाया

जालसाज भारत में घरेलू मोबाइल और वायरलाइन ग्राहकों को इंटरनेट (वीओआईपी) के माध्यम से प्राप्त आईएसडी कॉल में सेंध लगाने के लिए गैर कानूनी टेलीकॉम सेटअप्स का उपयोग करते हैं। ये अवैध दूरसंचार सेटअप मुख्य रूप से एक ओर इंटरनेट कनेक्टिविटी का उपयोग करते हैं और कॉल के वितरण के लिए घरेलू मोबाइल और लैंडलाइन नेटवर्क से जुड़ते हैं, जिसकी नियमों के अनुसार अनुमति नहीं है। इस तरह के अवैध सेटअप्स सरकार की सुरक्षा के लिए खतरा हैं और ये राजस्व हानि का कारण भी बनते हैं।

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दूरसंचार विभाग की क्षेत्रीय इकाइयां टीएसपी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के तालमेल से पिछले चार महीनों में ऐसे 30 गैर-कानूनी दूरसंचार सेट-अप्स के संचालन का पता लगाने में  सफल हुई हैं।

जनता से अनुरोध है कि ऐसे गैर कानूनी प्रतिष्ठानों की सूचना दूरसंचार विभाग के कॉल सेंटर को दें। 1800110420/1963 नंबर वाला यह कॉल सेंटर भारतीय मोबाइल/लैंडलाइन नंबर प्रदर्शित करने वाली किसी भी अंतर्राष्ट्रीय कॉल को प्राप्त होने के मामले की रिपोर्ट करने के लिए स्थापित किया गया है।

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एमजी/एएम/आईपीएस/एचबी