गंगापुर सिटी : प्रशासन गांवो के संग अभियान 2021, कैम्प स्थल ग्राम पंचायत अमरगढ

प्रशासन गांवो के संग अभियान 2021, कैम्प स्थल ग्राम पंचायत अमरगढ

सफलता की कहानी

गंगापुर सिटी आज प्रशासन गांवो के संग अभियान केम्प ग्राम पंचायत अमरगढ पर आयोजित हुआ। प्रार्थी कृष्ण गोपाल शर्मा पुत्र घनश्याम शर्मा हाल निवासी महात्मा गांधी मार्ग, तहसील मलहारगढ, पिपलिया मण्डी, मंदसौर, मध्यप्रदेश करीब डेढ दो-साल पहले अपनी खातेदारी भूमि को संभालने के लिए अपने मूल ग्राम अमरगढ तहसील गंगापुर सिटी में आया तो उसे मालूम चला कि उसकी जमाबंदी में उसके पिता का नाम घनश्याम के स्थान पर घासीलाल दर्ज हो रखा है जिससे प्रार्थी कोे राजकीय योजनाओ का लाभ नही मिल पा रहा था। तत्समय प्रार्थी ने अपने पिता के नाम की शुद्धि के लिए कई प्रयास किए परन्तु उसके पिता का नाम जमाबन्दी में शुद्ध नही हो पाया।

यह भी पढ़ें :   एनएच परियोजनाओं के काम में तेजी के लिए सम्भागीय आयुक्त भी निगरानी करें-प्रमुख शासन सचिव, पीडब्ल्यूडी

इसके बाद प्रार्थी कृष्ण गोपाल शर्मा पुत्र घनश्याम शर्मा हाल निवासी महात्मा गांधी मार्ग, तहसील मलहारगढ, पिपलिया मण्डी, मंदसौर, मध्यप्रदेश को किन्ही माध्यमों से पता चला कि आज उसके मूल गंाव अमरगढ में राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्रशासन गांवो के संग अभियान 2021 कैम्प का आयोजन किया जा रहा है तो वह अपनी समस्या को लेकर जिला मंदसौर से कैम्प स्थल अमरगढ पर उपस्थित हुआ।

प्रार्थी ने कैम्प में बताया कि वो ग्राम अमरगढ पोस्ट अमरगढ तह0 गंगापुर सिटी जिला सवाई माधोपुर के मूल निवासी थे तथा उनकी ग्राम अमरगढ में खातेदारी की भूमि स्थित हैं। उक्त भूमि में प्रार्थी कृष्ण गोपाल, अजय के पिता का नाम घासीलाल दर्ज हो रखा है जबकि अन्य दस्तावेजो में प्रार्थी के पिता का नाम घनश्याम दर्ज है जिसे प्रार्थी द्वारा घासीलाल के स्थान पर घनश्याम दर्ज कर शुद्ध करने का निवेदन किया है।

यह भी पढ़ें :   महिला को तलाश करने के लिए दिया ज्ञापन खंडार

प्रार्थी के प्रार्थना पत्र पर तहसीलदार गंगापुर सिटी से रिपोर्ट ली गयी। तहसीलदार गंगापुर सिटी ने प्रार्थी के पिता का नाम घासीलाल के स्थान पर घनश्याम दर्ज करने की अनुशंषा की जिस पर कैम्प में ही प्रार्थी के पिता का नाम शुद्ध करने के आदेश जारी किये गए। प्रार्थी द्वारा राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्रशासन गांवो के संग अभियान 2021 की भूरी-भूरी प्रंशसा की उसने बताया कि उसे इस कार्य हेतु कई कार्यालयों के चक्कर लगाने पडते जबकि एक ही जगह पर कैम्प में उसके पिता का नाम सरलतापूर्वक शुद्ध हो गया जिसके लिए उसने राज्य सरकार और प्रशासन को बहुत बहुत धन्यवाद दिया।