श्री नारायण राणे ने क्षेत्र अधिकारियों से अपने क्षेत्रों में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के विकास लक्ष्यों को निर्धारित अवधि के भीतर हासिल करने का आह्वान किया

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री नारायण राणे ने क्षेत्र अधिकारियों से अपने क्षेत्रों में एमएसएमई के विकास लक्ष्यों को निर्धारित अवधि के भीतर हासिल करने का आह्वान किया है। एमएसएमई- विकास संस्थानों, परीक्षण केंद्रों एवं प्रौद्योगिकी केंद्रों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को आकार देने में योगदान करेगा।

श्री राणे ने सम्मेलन के दौरान नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) और चार बैंकों- कोटक महिंद्रा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीएम बैंक (इंडिया) एवं एचडीएफसी बैंक- के साथ एमएसएमई रुपे क्रेडिट कार्ड के दूसरे चरण का भी शुभारंभ किया। यह कार्ड एमएसएमई को उनके व्यवसाय से संबंधित परिचालन खर्चों को पूरा करने के लिए एक सरल भुगतान तंत्र प्रदान करेगा।

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एमएसएमई राज्यमंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। एमएसएमई मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा एमएसएमई विकास संस्थानों, परीक्षण केंद्रों, प्रौद्योगिकी केंद्रों, एनपीसीआई और बैंक के अधिकारियों के अधिकारियों ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया।

इस सम्मेलन का उद्देश्य एमएसएमई मंत्रालय के विकास आयुक्त (एमएसएमई) का क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारियों के साथ बातचीत सुनिश्चित करना था ताकि एमएसएमई योजनाओं के बेहतर कार्यान्वयन एवं निगरानी के लिए भविष्य की रूपरेखा तैयार की जा सके और एमएसएमई के फायदे के लिए राज्य सरकारों एवं अन्य हितधारकों के साथ सहयोग किया जा सके। यह सम्मेलन आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत एंटरप्राइज इंडिया का हिस्सा है।

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एमजी/एएम/एसकेसी