सैन्य मामलों के विभाग ने स्वच्छता पर विशेष अभियान 2.0 सफलतापूर्वक समापन किया

सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) द्वारा 02 अक्टूबर, 2022 और 31 अक्टूबर, 2022 के बीच देश भर में अपने क्षेत्रीय कार्यालयों और इकाइयों में ‘स्वच्छता’ को संस्थागत बनाने के लिए स्वच्छता पर एक राष्ट्रव्यापी अभियान आयोजित किया गया था। यह अभियान थल सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा देश भर में विभिन्न स्थानों पर चलाया गया।

सेना के तीनों अंगों ने विभाग द्वारा चिन्हित 2668 अभियान स्थलों में स्वच्छता अभियान चलाया है। इसके अलावा विभिन्न संगठनों द्वारा 398 नियमों को सरल बनाया गया है। विभाग ने कबाड़ सामग्री के निपटान और बिक्री से 212.68 करोड़ रुपये का उल्लेखनीय राजस्व अर्जित किया है। अभिलेख प्रबंधन के संबंध में, 845435 भौतिक फाइलों की समीक्षा की गई है और 269132 भौतिक फाइलों को हटा दिया गया है। कबाड़ के निपटान और फाइलों की छंटाई के परिणामस्वरूप, 185887 वर्ग फुट का स्थान प्रभावी रूप से मुक्त कर दिया गया है।

स्वच्छता अभियान के संबंध में विभिन्न क्षेत्रीय संरचनाओं द्वारा कुछ नवीन प्रथाओं को अपनाया गया है। नेवल डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में एक पेंट स्टोरेज सुविधा स्थापित की गई है। इस सुविधा में छह वर्टिकल लिफ्ट मॉड्यूल हैं जो 60,000 लीटर पेंट को स्टोर करने में सक्षम हैं। यह लंबवत रूप से खड़ी 25 ट्रे में भारी पेंट ड्रम के स्वचालित लिफ्ट और स्टोरेज को संभव बनाता है और उपयोगकर्ता की आवश्यकता के अनुसार उनकी पुनर्प्राप्ति को संभव बनाता है।

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यह नौसेना के जहाजों में उपयोग किए जाने वाले 120 से अधिक प्रकार के पेंट के जीवन काल की उपयुक्त ट्रैकिंग, भविष्य की आवश्यकता की भविष्यवाणी करने की क्षमता के साथ अनुकूलित इन्वेंट्री प्रबंधन सॉफ्टवेयर का उपयोग करके पेंट स्टॉक की निरंतर निगरानी के लिए आसान अलगाव प्रदान करता है। इस सुविधा ने न केवल पेंट ड्रमों को जमा करने और उनकी पुनर्प्राप्ति में लगने वाले मानवीय प्रयास को काफी हद तक कम कर दिया है, बल्कि उपलब्ध स्थान का इष्टतम उपयोग भी सुनिश्चित किया है।

उत्तरी क्षेत्र में भारतीय सेना के गरुड़ डिवीजन ने लद्दाख के लोगों के पूरे दिल से सहयोग के साथ एक जागरूकता अभियान का आयोजन किया, जिससे उन्हें स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत नदियों, झरनों को साफ करने और क्षेत्र के संवेदनशील पारितंत्र के संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया गया। सियाचिन के ग्लेशियरों में भी कड़ाके की ठंड में विशेष अभियान चलाया गया। भारतीय सेना द्वारा बरेली में ‘गो ग्रीन’ नामक एक विशेष जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।

दक्षिणी क्षेत्र में, तिरुवनंतपुरम सैन्य स्टेशन के जल, थल और नभ तीनों दृष्टिकोण से निपुण योद्धाओं ने तटीय जीवन के लिए स्वस्थ वातावरण को बढ़ावा देने और स्वच्छता अभियान को मनाने के लिए समुद्री पारितंत्र में सुधार हेतु कोचुवेली समुद्र तट पर समुद्र तट की सफाई की।

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3 आर (रिड्यूस, रीयूज़, रीसायकल) के सिद्धांतों को व्यवहार में लाने के लिए, सप्तशक्ति कमांड के तहत रणबांकुरा डिवीजन ने प्लास्टिक कचरे के बढ़ते खतरे से छुटकारा पाने और इस्तेमाल किए गए प्लास्टिक के पुन: उपयोग को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता अभियान का आयोजन किया। डिवीजन ने अप्रयुक्त खुली जगहों को निवासियों के लिए मनोरंजक क्षेत्रों में परिवर्तित कर दिया, और इस प्रकार यहां की सुंदरता को बढ़ाने और सामुदायिक पहुंच में सुधार किया।

पूर्वी क्षेत्र में, कृपाण डिवीजन, त्रिशक्ति कोर के सैनिकों ने नागरिकों के साथ पश्चिम बंगाल के बिन्नागुरी में स्वच्छता अभियान चलाया। सैकड़ों लोगों ने अपने आस-पास के वातावरण को साफ सुथरा रखने का संकल्प लिया, जिससे स्वच्छ भारत के उद्देश्य में योगदान दिया जा सके। स्ट्राइकिंग लायन डिवीजन, त्रिशक्ति कोर के सैनिकों ने उत्तरी सिक्किम में श्रद्धेय गुरुडोंगमार झील के तट पर हड्डियां जमा देने वाले मौसम में स्वच्छता अभियान चलाया।

रक्षा मंत्रालय दिनांक 2 अक्टूबर 2022 से दिनांक 31 अक्टूबर 2022 तक नई दिल्ली में स्थित अपने कार्यालयों और सभी क्षेत्रीय कार्यालयों तथा स्थानीय इकाइयों में स्वच्छता पर विशेष अभियान 2.0 का आयोजन कर रहा है। इसकी शुरुआत 14 से 30 सितंबर, 2022 तक प्रारंभिक चरण के साथ हुई। इस दौरान अभियान अवधि के लिए लक्ष्यों की पहचान की गई। इस वर्ष फील्ड/बाहरी कार्यालयों पर विशेष ध्यान दिया गया।

एमजी/एएम/एबी/वाईबी