केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर के सिंह ने कल शाम यहां विद्युत मंत्रालय (एमओपी), कोयला मंत्रालय, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए), रेलवे और बिजली के सार्वजनिक उपक्रमों के प्रतिनिधियों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की। ताप विद्युत संयंत्रों (टीपीपी) में कोयले के स्टॉक की स्थिति की विस्तृत और व्यापक समीक्षा के तहत उन्होंने अलग-अलग संयंत्रों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बढ़ती ऊर्जा मांग को देखते हुए अधिकारियों को कोयले के स्टॉक और आपूर्ति को सुव्यवस्थित करने और उसके लिए समन्वित तरीके से काम करने का निर्देश दिया।
श्री सिंह ने बिजली की आवश्यकता की प्रतिदिन की स्थिति और ग्रिड से राज्यों को आपूर्ति हो रही बिजली की भी समीक्षा की। उन्होंने कोयला स्टॉक की स्थिति और जल विद्युत उत्पादन की भी समीक्षा की। उन्होंने बिजली उत्पादन इकाइयों में बिजली उत्पादन में कमी के कारणों के बारे भी जानकारी हासिल की। मंत्री ने बिजली सचिव को 14 दिनों के कोयला स्टॉक बनाए रखने के बेंचमार्क को कम करके 10 दिनों के कोयला स्टॉक के बेंचमार्क की संभावना तलाशने को भी कहा । ताकि अतिरिक्त कोयले को उन संयंत्रों को दिया जा सका जहां स्टॉक की उपलब्धता बेहद कम है।
श्री सिंह ने विद्युत मंत्रालय से कैप्टिव खानों वाले बिजली संयंत्रों की अलग से समीक्षा करने की भी इच्छा व्यक्त की है ताकि उन बिजली संयंत्रों द्वारा खदानों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। वह यह भी चाहते थे कि मंत्रालय के अधिकारी आयातित और स्वदेशी कोयले के मिश्रण पर अधिक जोर दें। ऐसे में जिन संयंत्रों में कोयले की आयात की जरूरत है। उन्हे लागत के आधार पर फायदा मिल सके।
मंत्री ने कहा कि ऊर्जा की बढ़ती मांग अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है और उत्साहजनक है। अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कि उन्होंने कहा कि वह मौजूदा बाधाओं का सामना कर, उन्हें दूर कर रहे हैं, साथ ही उन्हें आगे बिजली की बढ़ती मांग का भी ध्यान रखना होगा।
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एमजी/एम/पीएस/सीएस