सरकार ने मशीन से मशीन संचार (एम2एम) क्षेत्र में व्यापक प्रसार और नवाचार की सुविधा के लिए कई कदम उठाए

भारत सरकार ने माना है कि एम2एम/इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) दुनिया भर में सबसे तेजी से उभरती प्रौद्योगिकियों में से एक है, जो समाज, उद्योग और उपभोक्ताओं के लिए अत्यधिक लाभकारी अवसर प्रदान करती है। इसका उपयोग बिजली, मोटरवाहन, सुरक्षा तथा निगरानी, ​​दूरस्थ स्वास्थ्य प्रबंधन, कृषि, स्मार्ट होम, उद्योग 4.0, स्मार्ट सिटी आदि जैसे विभिन्न कार्यक्षेत्रों में जुड़े उपकरणों का उपयोग करके स्मार्ट बुनियादी सुविधाएं कायम करने के लिए किया जा रहा है। मशीन से मशीन संचार एक प्रमुख भूमिका निभाने जा रहा है तथा डिजिटल इंडिया एवं मेक इन इंडिया की भारत सरकार की पहल में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

यह भी पढ़ें :   भारत-इजराइल संयुक्त कार्य समूह की 15वीं बैठक तल अवीव में आयोजित हुई

एम2एम इको-सिस्टम को मजबूत करने तथा इस क्षेत्र में व्यापक प्रसार एवं नवाचार की सुविधा के लिए, हाल ही में निम्नलिखित कार्य किए गए हैं:

इसके अलावा, दूरसंचार विभाग ने एम2एम/आईओटी डोमेन में बढ़ते हुए एम2एम उद्योग की सुविधा के लिए पहले निम्नलिखित कार्य किए थे :

 

एम2एम सेवाओं के लिए उपरोक्त नियामक की सक्षमता से लागत में कमी आएगी, उत्पादकता में वृद्धि होगी, शीघ्रता से प्रत्युतर प्राप्त होगा, संसाधन का मनमुताबिक उपयोग होगा और आम नागरिकों के लिए जीवन को आसान बनाने वाले व्यवसायों के लिए राजस्व में वृद्धि होगी।

यह भी पढ़ें :   प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का वन ओशन समिट में संबोधन

***

एमजी/एएम/एसकेएस/एचबी