केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने दिल्ली के संस्थापक महाराजा अनंग पाल तोमर द्वारा 1052 एडी में बनवाई गई छोटी झील अनंग ताल (महरौली, नई दिल्ली) का भ्रमण किया। उनके साथ राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण के चेयरमैन श्री तरुण विजय, एएसआई की क्षेत्रीय निदेशक श्रीमती अरवीन मंजुल और एनएमए, एएसआई, डीडीए और स्थानीय प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
श्री मेघवाल एक हजार साल पुराने अनंग ताल की जीर्ण-शीर्ण हालत देखकर आश्चर्यचकित रह गए, जो दिल्ली की शुरुआत की प्रतीक है। उन्होंने अनंग ताल की सफाई का कार्य तत्काल पूरा करने और इसे एक राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वह अनंग ताल का पुराना गौरव लौटाने के लिए इसका कायाकल्प करने के लिए कहेंगे।
अनंग ताल का राजस्थान से एक मजबूत संबंध है क्योंकि महाराजा अनंग पाल को पृथ्वीराज चव्हाण के नाना के रूप में जाना जाता है, जिनका राय पिथौरा किला एएसआई की सूची में है। ये स्मारक आज कूड़ा घर में परिवर्तित हो गए हैं। एनएमए पिछले दो साल से इस्लाम पूर्व के दौर के स्मारकों को उनका पुराना गौरव लौटाने के लिए प्रयास कर रहा है, जिन्हें विदेशी आक्रमणकारियों ने नष्ट कर दिया था।
इस अवसर पर एनएमए के चेयरमैन श्री तरुण विजय ने कहा कि पीएम मोदी का विजन और राष्ट्रीय विरासत के संरक्षण के प्रति उनका समर्पण चमत्कारिक है। उन्होंने अनंग ताल पर त्वरित कदम उठाने के लिए श्री मेघवाल के प्रति आभार प्रकट किया।
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