भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 50 आधार अंक की वृद्धि की

प्रमुख नीति दरें

मुद्रास्फीति

वर्ष 2022 में सामान्य मॉनसून तथा भारतीय बास्केट में कच्चे तेल की औसत कीमत 105 डॉलर प्रति डॉलर माना जाए तो 2022-23 में मुद्रास्फीति 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

          

पहली तिमाही – 7.5%

दूसरी तिमाही – 7.4%

तीसरी तिमाही – 6.2%

चौथी तिमाही – 5.8%

मौद्रिक नीति समिति ने गौर किया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था बहु-दशकीय उच्च मुद्रास्फीति और धीमी वृद्धि, निरंतर भू-राजनीतिक तनाव और प्रतिबंधों, कच्चे तेल और अन्य वसतुएं की बढ़ी हुई कीमतें तथा कोविड-19 संबंधी आपूर्ति बाधाओं का सामना कर रही है।

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पहली तिमाही – 16.2%

दूसरी तिमाही – 6.2%

तीसरी तिमाही – 4.1%

चौथी तिमाही – 4.0%

 

सहकारी बैंकों को लाभ पहुंचाने के उपाय

ग्राहक सुविधा को और मजबूत बनाने तथा अभिदान, बीमा प्रीमियम और उच्च मूल्य के शिक्षा शुल्क जैसे आवर्ती भुगतान की सुविधा के लिए इलेक्ट्रॉनिक माध्यम आधारित आवर्ती भुगतान के लिए प्रति लेन-देन की सीमा 5000 रुपए से बढ़ाकर 15000 रुपए कर दी गई है।

अब क्रेडिट कार्ड को भी यूपीआई से लिंक किया जाएगा। इसकी शुरुआत रूपे कार्ड से होगी। इससे यूजरों को अतिरिक्त सुविधा मिलेगी और डिजिटल भुगतान का दायरा बढ़ेगा। यूपीआई भारत में भुगतान का समावेशी मोड बन गया है। वर्तमान में 26 करोड़ से अधिक यूनिक यूजर्स और पांच करोड़ व्यापारी यूपीआई प्लेटफॉर्म से जुड़े हुए हैं।

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मौद्रिक नीति समिति में गवर्नर श्री शंक्तिकांत दाद के अतिरिक्त डॉक्टर शशांक भिडे, डॉक्टर असीमा गोयल, प्रोफेसर जयंत आर वर्मा, डॉक्टर राजीव रंजन तथा डॉक्टर माइकल देवव्रत पात्र हैं।

मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 2-4 अगस्त 2022 को होगी।

भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर का विस्तृत वक्तव्य यहां देखा जा सकता है।

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