Indian Railways: बफर फंसने से गिरी जोधपुर-भोपाल! अब मुख्यालय करेगा जांच, डीआरएम जबलपुर रवाना

Indian Railways: बफर फंसने से गिरी जोधपुर-भोपाल! अब मुख्यालय करेगा जांच, डीआरएम जबलपुर रवाना
Rail News. जोधपुर-भोपाल ट्रेन गिरने का मामला अब और ज्यादा पेचीदा और गंभीर होता जा रहा है। जबलपुर मुख्यालय द्वारा कोटा मंडल वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले की जांच वापस ले ली गई है। मामले की जांच अब जबलपुर मुख्यालय द्वारा की जाएगी। इस जांच कमेटी में यातायात, इंजीनियरिंग, संरक्षा और आरपीएफ के प्रमुख मुख्य अधिकारियों को शामिल किया गया है। कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही ट्रेन गिरने के सही कारणों का पता चल सकेगा।
लेकिन इस बीच दुर्घटना की रात मौके पर मौजूद कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने दावा किया की ट्रेन आपस में बफर उलझने के कारण गिरी है। बफर उलझने का कारण रेल पटरियों की खराबी है। अधिकारियों ने बताया कि मौके पर एक नाली बनी हुई है। इस नाली के कारण मौके पर नमी रहती है। इस नमी के चलते लगातार चलती ट्रेन के वजन से मौके पर पटरी कुछ धंसी हुई थी। घटना वाले दिन यह पटरी और ज्यादा धंस गई। पटरी धंसने से कोचो का संतुलन बिगड़ गया। संतुलन बिगड़ने ही कोचो के बफर आपस में उलझ गए। इसके चलते ट्रेन के यह दोनों कोच पटरी से उतर गए। रफ्तार कम रहने से ट्रेन मौके पर ही खड़ी हो गई। अन्यथा और कई डिब्बे भी पटरी से उतर सकते थे।
पत्थर से टकराई ट्रेन
इस मामले में कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा ट्रेन के पत्थर से टकराने की बात भी कहीं जा रही है। इसके चलते अधिकारियों ने घटनास्थल से कुछ पत्थरों को अपने कब्जे में लिया है। प्लेटफार्म पर स्टेशन मैनेजर के कमरे में रखें इन पत्थरों को देख कर नहीं लग रहा इनसे टकराकर ट्रेन गिरी होगी। पत्थरों पर भी ट्रेन की टक्कर या रगड़ के निशान कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। इसके अलावा यदि पत्थर टकराता तो इंजन को पहले गिरना चाहिए था या इंजन की टक्कर से पत्थर एक तरफ हट जाना चाहिए था। ऐसे में पटरी पर पत्थर से इंजन के बाद तीसरा-चौथा कोच गिरना संभव नहीं है।
डीआरएम जबलपुर रवाना
इधर, डीआरएम मनीष तिवारी सोमवार को दयोदय ट्रेन से अचानक जबलपुर रवाना हो गए। तिवारी के जबलपुर जाने के कर्म का फिलहाल पता नहीं चला है। पर माना जा रहा है कि तिवारी से कोटा मंडल में लगातार सामने आ रही ट्रेन दुर्घटनाओं के बारे में भी जानकारी ली जा सकती है।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि 5 जनवरी की रात को प्लेटफार्म नंबर चार पर प्रवेश करते समय जोधपुर-भोपाल ट्रेन (14813) के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस घटना से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई थी। गनीमत रही की इस घटना कोई यात्री हताहत नहीं हुआ था। इस घटना के चलते लाइने ब्लॉक होने से करीब आधा दर्जन ट्रेनें घंटों अटकी रही थीं।