रेलवे ने 7 दिन बाद दी सफाई, इसमें भी कई झोल, देशबंधु को चार्ज शीट देने का मामला

रेलवे ने 7 दिन बाद दी सफाई, इसमें भी कई झोल, देशबंधु को चार्ज शीट देने का मामला
कोटा। देशबंधु पांडे को चार्जशीट देने और वेतन वृद्धि (इंक्रीमेंट) रोकने के मामले में रेलवे ने 7 दिन बाद लिखित सफाई पेश की है। यह संभवत पहला मौका है जब कोटा मंडल ने किसी मामले में 7 दिन बाद लिखित में अपना पक्ष रखा हो। सात दिन बाद दिए जवाब में भी कई विरोधाभासी बातें देखने को मिली हैं। रेलवे द्वारा अपनी सफाई में बताया गया कि पांडे को कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में भाग लेने के लिए नहीं वरन 5 अगस्त को मुख्यालय द्वारा बताए गए काम को नहीं करने के कारण दी गई है। जबकि अधिकारी द्वारा पांडे को दी गई चार्जशीट में लिखा है कि 7 अगस्त को मुख्यालय द्वारा बताए गए काम को नहीं किया गया। उल्लेखनीय है कि 7 अगस्त को शनिवार था और शनिवार को मंडल कार्यालय की छुट्टी रहती है। ऐसे में अब यह समझना मुश्किल है कि पांडे ने 7 अगस्त को काम नहीं किया या 5 अगस्त को।
इसके अलावा लोगों को रेलवे द्वारा जवाब देने में 7 दिन की देरी का कारण भी समझ में नहीं आ रहा। जबकि देशबंधु को दंडित करने की खबरें शुक्रवार से ही चलने लग गई थीं। तब रेलवे ने इन खबरों को तथ्य से परे बताते हुए और किसी अन्य मामले में चार्जशीट देने की बात से ज्यादा कुछ नहीं बताया था।
लेकिन अब 9 बिंदुओं के जरिए रेलवे ने अपने आप को सही ठहराने की कोशिश की है।
रेलवे ने अपनी सफाई में बताया कि पांडे ने केबीसी में जाने की कोई जानकारी अधिकारियों को नहीं दी। पांडे को सजा उसकी गलती के कारण मिली है। यह एक संयोग है कि पांडे को केबीसी में जाने के समय दंडित किया गया।
ब्राह्मण समाज उतरा पांडे के समर्थन में
मामले में सर्व ब्राह्मण समाज देशबंधु पांडे के समर्थन में उतर आया है। समाज बंधुओं ने गुरुवार को मामले में डीआरएम पंकज शर्मा को एक ज्ञापन भी सौंपा है। ज्ञापन में समाज बंधुओं ने पांडे को दंडित किए जाने को गलत बताते हुए सजा माफ करनेकी मांग की है। समाज बंधुओं ने डीआरएम को बताया कि पांडे ने केबीसी में जाने के लिए अवकाश की अर्जी दी थी। लेकिन अधिकारियों द्वारा जानबूझकर उस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इस कारण पांडे को मजबूरी में बिना छुट्टी लिए ही केबीसी शूटिंग के लिए मुंबई जाना पड़ा। समाज बंधुओं ने कहा कि रेलवे और हाडोती का गौरव बढ़ाने वाले कर्मचारी के साथ रेलवे का यह रवैया उचित नहीं लगता। डीआरएम ने समाज बंधुओं को मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
ज्ञापन देने वालों में समाज के युवा प्रकोष्ठ के संभाग अध्यक्ष ईश्वर शर्मा, शहर अध्यक्ष आशीष शर्मा तथा महामंत्री भगीरथ शर्मा सहित अन्य लोग शामिल थे।