Indian Railways : रेल मंत्री की चेतावनी के बाद फील्ड में दौड़े अधिकारी, नौकरी जाने का डर हुआ हावी

Indian Railways : रेल मंत्री की चेतावनी के बाद फील्ड में दौड़े अधिकारी, नौकरी

जाने का डर हुआ हावी

रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव की चेतावनी के बाद अधिकारी दहशत में नजर आ रहे हैं। नौकरी जाने का डर अधिकारियों के चेहरे पर साफ नजर आ रहा है। यह संभवत पहला अवसर है जब नौकरी जाने के डर अधिकारियों पर हावी दिख रहा है। अभी तक यह डर कर्मचारियों में ही नजर आता था। डर का आलम यह है कि नौकरी बचाने के लिए अधिकारी अब फील्ड में नजर आने लगे हैं।
कोटा भी पहुंचे अधिकारी
संभवतः इसी का नतीजा है कि पश्चिम-मध्य रेलवे के मुख्य परिचालन प्रबंधक राजेश पाठक भी अपने 2 दिवसीय दौरे पर बुधवार को कोटा पहुंचे।
पहले दिल पाठक में छबड़ा और सकतपुरा पावर प्लांट का निरीक्षण किया। इसके बाद पाठक ने कोटा में अधिकारियों से चर्चा की। गुरुवार को पाठक का मोडक फैक्ट्री निरीक्षण का कार्यक्रम है। रात को पाठक दयोदय एक्सप्रेस से जबलपुर लौट जाएंगे। इससे पहले पाठक भोपाल में भी 2 दिन तक निरीक्षण कर चुके हैं।
अधिकारियों को जमकर लगाई फटकार
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों रेल मंत्री मध्य प्रदेश के दौरे पर थे। यहां छत्रपुरा में आयोजित एक बैठक में मंत्री ने गलत आंकड़े पेश करने पर अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई।
सही जानकारी के लिए मंत्री ने अधिकारियों को फील्ड में जाकर काम करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि अधिकारी लगातार 7 दिन तक फील्ड में रहकर काम करें। साथ ही इसकी रोजाना की रिपोर्ट उन्हें भेजें। मंत्री ने कहा कि वह खुद अधिकारियों की गाड़ियों का माइलेज चेक करेंगे।
मंत्री ने चेतावनी दी कि काम नहीं करने वाले अधिकारी घर बैठ जाएं। नहीं तो उन्हें कंपलसरी रिटायरमेंट दे दिया जाएगा। मंत्री ने चेताया कि बेहतर है काम नहीं करने वाले अधिकारी खुद वीआरएस लेकर घर बैठ जाएं। इस अवसर पर मंत्री ने वीआरएस लेने वाले कई अधिकारियों का जिक्र भी किया।
उल्लेखनीय है कि पिछले 9 महीनों में करीब 77 अधिकारी वीआरएस ले चुके हैं।
जीएम भी थे मौजूद
मंत्री की इस बैठक में पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक एसके गुप्ता तथा राजेश पाठक आदि अधिकारी मौजूद थेः माना जा रहा है कि मंत्री की चेतावनी के बाद पाठक भोपाल और कोटा मंडल क दौरे पर आए हैं।
कोटा तक दिखा असर
मंत्री की यह चेतावनी वाला वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो देखकर कई अधिकारी दहशत में आ गए हैं।
कोटा में भी नजर आया असर
कोटा में भी इस वीडियो का असर नजर आया। यहां भी कई अधिकारी डरे सहमें दिखाई दिए। ऐसे कई अधिकारी वीआरएस तक पर चर्चा करते नजर आए।
मंत्री की चेतावनी के बाद परिणाम नहीं देने वाले कई अधिकारियों को अपनी कुर्सी खतरे में नजर आ रही है। ऐसे अधिकारियों को आगे नौकरी जारी रखने में कोई फायदा नजर नहीं आ रहा। कुछ गलती होने पर कई अधिकारियों को पकी पकाई नौकरी खोने का डर है।