Rajasthan : ईआरसीपी की बैठक में वसुंधरा के नहीं आने पर गहलोत ने राजे को घेरा।

Rajasthan : ईआरसीपी की बैठक में वसुंधरा के नहीं आने पर गहलोत ने राजे को घेरा।

सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से मुताबिक होकर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी की बैठक में वसुंधरा के नहीं आने का कारण समझ नहीं आता। साथ ही उन्होंने संत विजयदास आत्मदाह मामले में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से बनाई कमेटी पर भी सवाल खड़े किए है। पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि ईआरसीपी कि सर्वदलीय बैठक में वसुंधरा राजे आ रही थी, लेकिन आज मैसेज आया कि वो नहीं आ रही। गहलोत ने कहा हम इस पर रिसर्च कर रहे हैं कि ऐसा क्या कारण रहा कि कल तो वे सर्वदलीय बैठक ज्वाइन करने की बात कह रही थी, लेकिन आज नहीं आ रही। गहलोत ने कहा राजे के नहीं आने का कारण भी समझ नहीं आ रहा। पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार निर्दलीय, सीपीएम, बीएसपी और बीटीपी के विधायकों के कारण बची है। जिस तरह उन्होंने साथ दिया उसे हम भुला नहीं सकते। गहलोत ने कहा अब टेस्ट हो चुका है और राज्यसभा चुनाव में भी 126 वोट पड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा अभी राष्ट्रपति चुनाव हुआ हमारे दो विधायक बीमार थे, जिन्होंने वोट नहीं दिया और दो वोट बाहर चले गए।गहलोत ने यह कहकर चौंका दिया कि हमें आशंका थी कि इससे ज्यादा वोट बाहर जा सकते हैं, क्योंकि मुद्दा ही ऐसा था। गहलोत के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव में हार जीत की बात ही नहीं थी, विचारधारा की लड़ाई थी और सबको मालूम था कि राष्ट्रपति कौन बन रहा है? फिर भी दो ही वोट बाहर गए और हम सब एकजुट रहे।

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि सरकार को रिपीट करने के बहुत सारे फायदे होते हैं लेकिन जनता माई बाप होती है। हमारी सरकार रिपीट नहीं की तो आज रिफाइनरी का 40 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट अब 70 हजार करोड़ का हो गया है। वहीं ईआरसीपी योजना ‘वसुंधराजी’ की बनाई हुई योजना है। लेकिन हमने सरकार बनते ही 1 दिन भी उसे नहीं रोका बल्कि काम को आगे बढ़ाया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अवैध खनन मामले में संत विजय दास के आत्मदाह मामले को दुखद बताया लेकिन इस दौरान वे भाजपा पर भी जमकर बरसे। गहलोत ने कहा कि धर्म का नाम आते ही बीजेपी वाले चैंपियन बन जाते हैं। गहलोत के अनुसार संत विजय दास ने आत्महत्या क्यों की यह जांच का विषय है। लेकिन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कमेटी बना दी और कहते हैं की अवैध खनन है लेकिन इन्हें नहीं पता कि जो पहाड़ है वहां कई सालों से लीगल माइनिंग हो रही है। लेकिन ये नहीं पता कि वह पहाड़ धार्मिक आस्था का केंद्र है। इसलिए वहां माइनिंग का विरोध हो रहा था। लेकिन यही खनन पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी हो रही थी जिस पर हमने रोक लगा दी है।