मनरेगा के एक्शन प्लान में नर्सरी निर्माण और विकास को शामिल करें – मुख्य सचिव

व्यापक स्तर पर वृक्षारापण कार्यक्रम चलाने के लिए मानसून से पूर्व शीघ्र रूप रेखा बनायें
मनरेगा के एक्शन प्लान में नर्सरी निर्माण और विकास को शामिल करें – मुख्य सचिव
जयपुर, 28 मई। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने राज्य में आगामी मानसून से पूर्व व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाने के लिए अधिकारियों को शीघ्रातीघ्र रूपरेखा बनाने के निर्देश दिये। श्री आर्य शुक्रवार को मानसून में पौधारोपणसे सम्बन्धित कार्य योजना के सम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा की कोरोना महामारी के विकट दौर में प्राण वायू ऑक्सीजन की आवश्यकता से हम भली-भांती रूबरू हो चुके हैं, इस आधार पर भी वृक्षारोपण अभियान की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
मुख्य सचिव ने मनरेगा के एक्शन प्लान में नर्सरी निर्माण और विकास को शामिल किये जाने के निर्देश देते हुए महात्मा गांधी नरेगा योजना के अन्तर्गत तालाबों के किनारे, मोक्षधाम, क्रब्रिस्तान, आंगनबाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों, तहसील भवनों आदि में सघन वृक्षारोपण करवाने के निर्देश भी दिये। उन्होेंने जिला स्तर पर भी वृक्षारोपण अभियान चलाने के लिये जिला कलेक्टर को पत्र लिखने के निर्देश देते हुए कहा की जिलाें में सभी सीनियर सैकण्ड्री स्कूलाें में पौध नर्सरी विकसित करने के साथ ही सभी विद्यालयों की खाली जमीन में वृक्षारोपण कराया जाना सुनिश्चित करें ।
मुख्य सचिव ने कहा कि इसके लिये राज्य में पौध नर्सरियों का विकास आवश्यक है, जिसके लिये वन विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने वन विभाग कि प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा को 1 करोड़ पौधे विभिन्न विभागों को देने का लक्ष्य भी दिया। श्रीमती गुहा ने वी.सी के माध्यम से बैठक में भाग लेते हुए बताया कि विभाग द्वारा संचालित 500 नर्सरियां अच्छी स्थिति में हैं। घर-घर औषधीय पौधा वितरण कार्यक्रम के अन्तर्गत 5 करोड़ पौधों का वितरण किया जाएगा। उन्होेंने बताया कि 1 करोड़ पौधे विभाग अपने स्तर पर लगायेगा।
ग्रामीण विकास सचिव श्री के.के. पाठक ने जानकारी दी कि नरेगा कार्यो के अन्तर्गत व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण अभियान की रूप रेखा तैयार की जा रही है। इसमें नर्सरी विकास कार्यो को प्राथमिकता से लिया गया है। इसके साथ ही ग्रीन हाउस, पॉली हाउस, खाद निर्माण, कैटल शेड जैसे कार्य भी नरेगा योजनान्तर्गत किये जा सकते हैं। मुख्य सचिव ने नरेगा के अन्तर्गत जिलों में नयी नर्सरी बनवाने के लिये जिला कलेक्टरो के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने कृषि विभाग की वृक्षारोपण में अहम भूमिका बताते हुए कहा कि शहरों में सड़कों के किनारे सजावटी वृक्ष लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों, विशेषकर कृषि विश्वविद्यालय वृक्षारोपण अभियान में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
पंचायतीराज विभाग की सचिव श्रीमती मंजू राजपाल ने बताया कि गांवों में पंचायत स्तर पर सरकारी भवनों में वृक्षारोपण कार्याे के लिये पत्र लिखा जा चुका है तथा इसकी सतत मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती अपर्णा अरोड़ा एवं यूडीएच विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री कुन्जी लाल मीणा ने भी  वेबिनार के माध्यम से भाग लिया।