भौतिक सुख सुविधाओं के लिए हमने प्रकृति प्रदत संसाधनों का दुरुपयोग किया है – लालसोट

भौतिक सुख सुविधाओं के लिए हमने प्रकृति प्रदत संसाधनों का दुरुपयोग किया है
लालसोट 5 जून। अनुराग सेवा संस्थान लालसोट द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर शनिवार को नली वाले बालाजी रामगढ़ पचवारा में महन्त रामदास महाराज के सानिध्य में पौधारोपण किया गया तथा बेजुबान पक्षियों के लिए परिण्डे लगाए व वितरित किये गए।
इस अवसर पर ’षट्दर्शन संत समाज के अध्यक्ष महन्त रामदास महाराज ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन होने के कारण प्राकृतिक असंतुलन पैदा हो गया है और यही प्राकृतिक असंतुलन महामारी के रूप में सामने आ रहा है। एसी महामारियों से बचने के लिए हमें वापस हमारी प्राचीन संस्कृति की ओर लौटना पड़ेगा। हमारी प्राचीन एवं सनातन संस्कृति के अनुसार प्रकृति का हर अंश हमारे लिए पूजनीय है वंदनीय है।
इस अवसर पर उपखंड अधिकारी सरिता मल्होत्रा ने कहा कि भौतिक सुख सुविधाओं के लिए हमने प्रकृति प्रदत संसाधनों का दुरुपयोग किया है और उसी का परिणाम संपूर्ण सृष्टि को भुगतना पड़ रहा है। समय रहते यदि हम सावधान नहीं हुए तो आने वाले समय में हमें ऐसी और भयंकर महामारियो का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हमें प्राकृतिक संसाधनों का रक्षण एवं पोषण करना चाहिए। वृक्षों से हमें प्राण वायु मिलती है संस्थान द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं बेजुबान पक्षियों के लिए लगाए जा रहे परिंडे श्रेष्ठ सेवा कार्य है।
इस अवसर पर संस्थान के सचिव श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि पर्यावरण षष्ठी के अंतर्गत 5 से 10 जून तक विभिन्न स्थानों पर पर्यावरण से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। संस्थान द्वारा अपने 27 वें स्थापना दिवस पर आगामी माह में 27 हजार पौधों का वितरण एवं रोपण किया जाएगा। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष महेश सोनी, सह संयोजक राजेंद्र डोब, युवा नेता सूरज कटारा, सोनू बिनोरी, संजय उपाध्याय, मोहन सोनी, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा जय सिंह मीना, डा सुमन मीना, प्रेस सचिव अनुराग तिवाड़ी, गोपाल कृष्ण शर्मा, ललित मोहन गुप्ता, गोपाल पीतलिया, हंसराज अमदाबाद, मुकेश श्रीमा, संस्थान के संस्थापक सियाराम शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे।