बैंकर्स दिए गए लक्ष्यों की शत प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करेंः- जिला कलेक्टर – करौली

बैंकर्स दिए गए लक्ष्यों की शत प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करेंः- जिला कलेक्टर
करौली, 23 जून। जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि बैंकर्स, आमजन को राज्य व केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिये बैंकों में लंबित चल रहे ऋण संबंधी आवेदनों को पात्रता व आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति करते हुए शीघ्र ही स्वीकृत कर, लक्ष्यों की शत प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करें।
जिला कलेक्टर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। उन्होने बैंको को तय समय सीमा में स्वीकृत ऋण का लक्ष्य पूर्ण करने, समय पर खाता खोलने, एनपीए चल रहे खातों की नियमानुसार वसूली कि कार्यवाही करने, अनावश्यक रूप से आवेदकों को चक्कर नही लगवाने के संबंध में बैंकर्स को निर्देश दिये। जिला कलेक्टर ने सरकार द्वारा चल रहे कार्यक्रमों के तहत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री लघु उद्यमी प्रोत्साहन योजना, राष्ट्रीय आजीविका ग्रामीण मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राजस्थान अनुसूचित जनजाति निगम, एनपीए चल रहे खाता धारकों से वसूली संबंधी कार्यवाही, एसएचजी, बडौदा रोजगार विकास संस्थान द्वारा चल रहे संचालित कार्य, वित्तीय साक्षरता एवं ऋण परामर्श केन्द्र, वित्तीय समावेशन, शिक्षा ऋण योजना, डिजिटाईजेशन, विनियामक पैकेज और गांरटी ईमरजेंसी क्रेडित योजना सहित अन्य संचालित योजनाओं की बिन्दु वार समीक्षा करते हुए एसबीआई के प्रबंधक को हर क्षेत्र में सबसे कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की एवं अपने कार्यक्षेत्र में प्रगति लाने के निर्देश दिए।
बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक अमर सिंह ने बताया कि भारत सरकार एवं भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशानुसार सभी बैंको द्वारा कृषि क्षेत्र सहित प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र मे विशेष रूप से ऋण दिया जा रहा है। वर्ष 2020-21 मे 1723.90 करोड के ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया था जिसके विरूद्ध 1119.86 करोड का ऋण वितरण किया गया। बैठक मे नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक मैनेजर एम.एल मीना ने संभव्यतायुक्त ऋण योजना बनाने के लिए वृहद क्षेत्रवार पीएलपी 2021-22 का अनुमान से प्रस्तुत किया जिसमें नीति एवं विकास, कृषि ऋण, फसल उत्पादन, रखरखाव, पशुपालन, वानिकी और बंजर भूमि विकास, बागवानी, मत्स्य पालन, मृदा संरक्षण,सूक्ष्म एवं लघु और मझले उद्यमों के लिए ऋण की संभाव्यता, सार्वजनिक निवेश, नवीकरणीय उर्जा, अनौपचारिक प्रणाली के बारे में अवगत कराया। एनआरएलएम के प्रबंधक फूलसिंह मीना, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी धर्मेन्द्र मीना सहित बैंकर्स व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें।