SawaiMadhopur : भविष्य की उड़ानः संवाद कार्यक्रम से बालिकाओं के करियर की जगी नई उम्मीद।

SawaiMadhopur : भविष्य की उड़ानः संवाद कार्यक्रम से बालिकाओं के करियर की जगी नई उम्मीद।

सवाई माधोपुर :व्यक्ति के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षा न मिले या वह बीच में ही छूट जाये तो व्यक्ति के जीवन की दशा एवं दिशा दोनों ही बदल जाती हैं। बेटों के समान बेटियों को भी करियर गाइडेंस का समान अवसर देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से जिला कलक्टर सवाईमाधोपुर सुरेश कुमार ओला ने सुशासन के तहत नवाचार करते हुए जिले में 5 अप्रैल 2022 से “भविष्य की उड़ान” संवाद कार्यक्रम प्रारम्भ किया है जिससे बालिकाओं को करियर की नई उम्मीद जगी है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सवाई माधोपुर जिले की महिलाओं का साक्षरता प्रतिशत 47.51 एवं लिंगानुपात मात्र 897 है। वहीं बेटियों का सरकारी सेवाओं का प्रतिशत नगण्य है। ‘भविष्य की उड़ान’ संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य जिले में 9वीं से उच्च कक्षा में अध्यनरत बालिकाओं के शैक्षिक उन्नयन, कौशल विकास, महिला अधिकारों के प्रति जागरूकता, उच्च शिक्षा प्राप्ति,  अधिकाधिक समय लाइब्रेरी में अध्ययन हेतु प्रेरित करना तथा करियर विकास हेतु प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी एवं राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना है। कार्यक्रम के लक्षित समूह में कक्षा 9 से 12 तक विद्यालयों में अध्ययनरत 38 हजार 632, कॉलेज में अध्ययनरत 11 हजार 671 बालिकाओं तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की 5 हजार महिला प्रतिभागी हैं।
 जिला कलक्टर के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय कोर समूह का गठन किया गया है जो विद्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों में जाकर बालिकाओं से संवाद कर विभिन्न अकादमिक एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में उपयुक्त अध्ययन सामग्री उपलब्ध करा रहा है। बालिकाओं को उनकी अभिरूचि जैसे प्रशासनिक सेवा, शिक्षक, चिकित्सक, नर्स, तकनीकी, बैंकिंग, रेलवे, पुलिस, पटवार तथा व्यवसाय के अनुसार वर्गीकरण कर बालिकाओं का ई-मेल एवं वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन द्वारा बालिकाओं की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए “भविष्य की उड़ान” सवाई माधोपुर के नाम से एप लॉन्च किया है। उपखण्ड स्तर पर तैयार विषय विशेषज्ञों की समिति द्वारा नियमित अन्तराल में उपखण्ड स्तरीय समिति की बैठक आयोजित कर फीडबैक लिया जा रहा है। समिति द्वारा अधिक से अधिक बालिकाओं को पुस्तकालय से जोड़ने का प्रयास करने के साथ-साथ उन्हें पत्र एवं डायरी लेखन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बालिकाओं को ऑनलाइन मोड पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के साथ-साथ उपखण्ड स्तरीय समिति द्वारा परीक्षाओं के वस्तुनिष्ठ प्रश्न तैयार कर मॉक टेस्ट आयोजित किए जा रहे है। जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली परीक्षार्थियों को जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर द्वारा सम्मानित किया जा रहा है। अब तक जिला स्तरीय कोर समिति द्वारा राजकीय कन्या महाविद्यालय सवाई माधोपुर, शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय सवाई माधोपुर, क्रिएटिव गर्ल्स कॉलेज गंगापुर सिटी, चौथ का बरवाड़ा स्थित चौथ माता ट्रस्ट धर्मशाला सहित 9 शिक्षण संस्थानों में करीब 2 हजार बालिकाओं से करियर विकास पर संवाद कायम किया गया है तथा 11 हजार 147 बालिकाओं से उनकी अभिरूचि संबंधी फार्म भरवाए गए है। जिले के चौथ का बरवाड़ा, सवाई माधोपुर एवं बौंली में 11 पुस्तकालय संचालित हैं, जिनमें लगभग 125 बालिकाएं नियमित रूप से अध्ययन कर रही हैं। जन प्रतिनिधियों के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं को पुस्तकालय में अध्ययन हेतु प्रेरित किया जा रहा है। अब तक पुस्तकालयों के लिए 2 लाख रूपए की पुस्तके एवं प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित मैगजीन क्रय की गई हैं। जिला प्रशासन का जिले में इस प्रकार के 20 निःशुल्क पुस्तकालय संचालित करने का लक्ष्य है। जिला कलेक्टर द्वारा “भविष्य की उड़ान” संवाद कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के सभी ब्लॉको में रीट परीक्षा की महिला प्रतिभागियों के मॉक टेस्ट लिए जा रहे है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा पंजीकरण हेतु लिंक उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिसके माध्यम से प्रतिभागी अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर मॉक टेस्ट में भाग ले सकते हैं। जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला का यह नवाचार सवाई माधोपुर की बालिकाओं को नये पंख देकर आसमान की ऊंचाइयां छूने का हौंसला पैदा कर उनके करियर चयन एवं भविष्य निर्धारण में मील का पत्थर साबित होगा।