सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी सवाई माधोपुर और करौली जिले में नहीं हुआ है बजरी खनन शुरू

सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी सवाई माधोपुर और करौली जिले में नहीं हुआ है बजरी खनन चालू लगभग 30 हजार गरीब मजदूर लोगों को करना पड़ रहा है इंतजार जबकि टोंक राजसमंद भीलवाड़ा आदि जिले में बजरी खनन वैध तरीके से चालू हो गया है सवाई माधोपुर और करौली जिले में बजरी खनन अगर वैध रूप से चालू हो जाये तो लगभग 30 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और आम आदमी को सस्ती बजरी मिल सकें