रक्षा मंत्री ने स्टार्टअप और इनोवेटर समुदाय से अनुसंधान एवं नवाचार के जरिये सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में नए आइडिया के साथ योगदान करने का आह्वान किया

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने स्टार्टअप और इनोवेटर समुदाय से अनुसंधान एवं नवाचार के जरिये सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए नए विचारों के साथ आने और प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार राष्ट्र को मजबूत, समृद्ध एवं ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में योगदान देने का आह्वान किया है। 12वें डेफएक्सपो के तहत रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्कृष्टता एवं रक्षा नवाचार संगठन (आईडेक्‍स-डीआईओ) के लिए नवाचार पर आयोजित कार्यक्रम मंथन 2022 का उद्घाटन करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बड़ी संख्या में स्टार्टअप और नवप्रवर्तक रक्षा क्षेत्र में कारोबार कर रहे हैं क्‍योंकि सरकार ने उनके साथ-साथ देश के विकास के लिए एक मजबूत परिवेश तैयार किया है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि 50 से अधिक तकनीकी क्षेत्रों में उत्पाद/ प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए 100 से अधिक आईडेक्‍स विजेताओं के लिए 300 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी दी गई है। उन्‍होंने इस बात पर बल देते हुए कहा कि आईडेक्‍स पहल ने इस धारणा को बदल दिया है कि रक्षा उत्पादन केवल बड़े कारोबारियों और उद्योगपतियों के लिए है। उन्‍होंने कहा, ‘पिछले 7-8 वर्षों के दौरान लक्ष्‍यों और समाधानों पर अधिक ध्यान केंद्रित किए जाने के साथ ही राष्ट्र की चेतना में बदलाव आया है। पहले युवाओं के लिए विभिन्न क्षेत्रों में योगदान करना मुश्किल था लेकिन आईडेक्‍स जैसी पहल ने हमारे युवा उद्यमियों को सशक्त बनाया है और उन्हें उड़ान भरने के लिए पंख दिए हैं। आईडेक्‍स भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक प्रमुख पहल है। यह अत्याधुनिक तकनीक विकसित करने के लिए उद्यमियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का एक मंच है।’

श्री राजनाथ सिंह ने डेफएक्सपो 2018 के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किए जाने के बाद सफलता की नई ऊंचाइयों को हासिल करने और पिछले साल लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार जीतने के लिए आईडेक्‍स की सराहना की। उन्होंने कहा कि आईडेक्‍स रक्षा मंत्रालय की एक लोकप्रिय पहल है और इसने अन्य मंत्रालयों को नवोन्‍मेषी योजनाएं अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। आईडेक्‍स को ‘नवोन्‍मेष के लिए नवाचार’ कहते हुए श्री राजनाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि इसने देश की उद्यमशीलता क्षमता को प्रोत्साहित किया है। उन्‍होंने कहा कि पहले नीतिगत बाधाओं के कारण यह उभरने में सक्षम नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस पहल ने महत्वाकांक्षी स्टार्टअप एवं इनोवेटरों को आगे लाने और रक्षा क्षेत्र में अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम करने में मदद की है। आईडेक्‍स को राष्ट्र के लिए काम करने का एक आंदोलन बताते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार और नवोन्मेषकों के संयुक्त प्रयासों ने अर्थव्यवस्था में सकारात्मक प्रभाव पैदा हुआ है।

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आगे विस्तार से बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आईडेक्‍स प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करता है और यह रोजगार तलाशने वालों और नौकरी देने वालों दोनों के लिए उपयोगी है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आईडेक्स की स्थापना के बाद डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज और ओपन चैलेंज के पिछले सात संस्करणों में 6,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने आईडेक्‍स प्राइम पर भी प्रकाश डाला जिसे 10 करोड़ रुपये तक की अनुदान सहायता प्रदान करने के लिए लॉन्च किया गया था।

आईडेक्‍स के विकास के बारे में श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अब इस प्लेटफॉर्म की पहुंच टियर-II और टियर-III शहरों तक है और यह पूरे भारत में इन्क्यूबेटरों से जुड़ रहा है। उन्होंने इस पहल की पहुंच का विस्तार देश के विभिन्न हिस्सों में करने के लिए अधिक से अधिक वितरण एवं विस्‍तार के दोहरे सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया ताकि अधिक से अधिक ऊर्जावान युवा दिमागों को इससे जोड़ा जा सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आईडेक्‍स अछूते क्षेत्रों में नवाचार के लिए मार्ग प्रशस्‍त करेगा और रक्षा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में मदद करेगा।

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मंथन 2022 का उद्देश्य भारतीय रक्षा क्षेत्र को उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाने वाले स्वदेशी नवाचारों का पता लगाने के लिए स्टार्टअप, कॉरपोरेट एवं सैन्य प्रतिनिधियों को साथ लाना है। इसने आईडेक्‍स-डीआईओ से जुड़े नवोन्मेषकों को उद्योग जगत के लक्षित वर्गों के लिए अपनी क्षमताओं, उत्पादों और अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया है। आयोजन के दौरान इस बात को भी उजागर किया गया कि डिस्‍क 7 (स्प्रिंट) और प्राइम (स्प्रिंट) के तहत 75 स्‍पर्धाओं के परिणाम दो महीने से कम के रिकॉर्ड समय में घोषित कर दिए गए और आईडेक्‍स-डीआईओ द्वारा 75 स्‍पर्धाओं के तहत 118 विजेताओं की घोषणा की गई। डिस्क 6, डिस्क 7 स्प्रिंट, ओसी 4 और ओसी 5 के विजेताओं को भी पुरस्‍कृत किया गया।

इस कार्यक्रम के दौरान प्रचलित विषय- ‘हार्नेसिंग स्टार्टअप इनोवेशन इन इंडिया फॉर स्पेस टेक्नोलॉजिज’ पर उद्योग जगत के दिग्गजों और रक्षा मंत्रालय एवं सशस्त्र बलों के नेताओं के साथ एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई। उपस्थित लोगों के लिए आईडेक्‍स-डीआईओ द्वारा समर्थित बड़ी तादाद में स्टार्टअप की एक प्रदर्शनी भी प्रदर्शित की गई।

इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और केंद्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ राज्य सरकार एवं उद्योग जगत के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

 

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एमजी/एएम/एसकेसी