डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी के उपयोग के माध्यम से पेंशनभोगियों की ‘‘ जीवन की सुगमता ‘‘ बढ़ाने की दिशा में एक क्रांतिकारी घटनाक्रम

  

 

पेंशनभोगियों की जीवन की सुगमता बढ़ाने के उद्वेश्य से, इलेक्ट्रोनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (

एमईआईटीवाई ) के एनआईसी तथा यूआईडीएआई के साथ जुड़ा पेंशन एवं पेंशनभोगी पोर्टल विभाग (

डीओपीपीडब्ल्यू ) पेंशनभोगियों/परिवार पेंशनभोगियों द्वारा डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के

लिए यूआईडीएआई आधार सॉफ्टवेयर पर आधारित एक फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी आधारित प्रणाली

विकसित करेगा। इस सुविधा के अनुसार, किसी व्यक्ति की पहचान फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्निक के माध्यम से

स्थापित की जाएगी और जीवन प्रमाणपत्र किसी भी एंड्रायड आधारित स्मार्ट फोन से जमा किया जाना संभव है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ), पृथ्वी विज्ञान मंत्री राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ),

प्रधानमंत्री कार्यालय तथा कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 29.11.2021 को यह सुविधा लांच की।

 

  

 

फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्निक के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा किया जाना एक क्रांतिकारी प्रौद्योगिकी है जिसने बाहरी बायो -मेट्रिक उपकरणों पर पेंशनभोगियों की निर्भरता कम कर दी है तथा प्रक्रिया को अधिक सुगम्य और किफायती बना दिया है, और इस प्रकार सभी पेंशनभोगियों/परिवार पेंशनभोगियों के लिए जीवन की सुगमता सुनिश्चित कर दी है। इसके अतिरिक्त, इस डिजिटल मोड के उपयोग के माध्यम से पेंशनभोगी अब आरामपूर्वक अपने घरों से ही अपने जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं।

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विभाग ने लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान ( एससीडीपीएम 2.0 ) के तहत एक प्रमुख मुहिम भी आरंभ की है जिसमें 80 वर्ष एवं उससे अधिक की उम्र के पेंशनभोगी बैंकों की भीड़ से बचने के लिए प्रत्येक वर्ष 1 अक्टूबर से अपने जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। देश भर के सभी पेंशनभोगी संगठनों को विभाग द्वारा समय-समय पर, चरणबद्ध तरीके से, ऑनलाइन एवं शारीरिक प्रशिक्षण प्रदान करने के जरिये फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी के उपयोग को लेकर शिक्षित किया गया है जिससे कि सभी संगठनों तक यह सुविधा पहुंचाई जा सके। पेंशनभोगी संगठन फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके जीवन प्रमाणपत्र जमा करने में सक्षम बनाने के लिए उनके घरों तक जाकर एवं शिविर आयोजित पेंशनभोगियों की सहायता करते हैं। अभी हाल में, डीओपीपीडब्ल्यू के सचिव श्री वी. श्रीनिवास ने एससीडीपीएम 2.0 के एक हिस्से के रूप में 14 अक्टूबर, 2022 को गुवाहाटी में एनएफ रेलवे पेंशनभोगी संगठन के कार्यालय का दौरा किया जहां उन्होंने पेंशनभोगियों के साथ परस्पर बातचीत की तथा फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के माध्यम से बड़ी संख्या में डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जेनेरेट किया गया।

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पेंशन तथा पेंशनभोगी कल्याण विभाग एससीडीपीएम 2.0 के तहत डिजिटल नवोन्मेषण में सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं के रूप में फेस ऑथेंटिफिकेशन को अपनाने के लिए प्रयास कर रहा है जिससे कि पेंशनभोगियों को व्यापक स्तर पर इस प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में सक्षम बनाया जा सके।

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