वी.ओ. चिदम्बरनार पत्तन ने एकल कनसाइनमेंट में आयात किये गये सर्वाधिक विंडमिल के पंखों के प्रबंधन का एक और रिकॉर्ड कायम किया

तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वी.ओ. चिदम्बरनार पत्तन ने आयातित 120 विंडमिल पंखों का प्रबंधन करने में सफलता प्राप्त की है। यह अब तक सबसे बड़ा एकल कनसाइनमेंट था और इसने 27 अक्टूबर, 2022 वाले एकल कनसाइनमेंट में 60 विंडमिल पंखों के प्रबंधन का रिकॉर्ड पार कर लिया। पूरे कनसाइनमेंट को दो बंदरगाह चालित क्रेनों से बहुत सावधानीपूर्वक उतारा गया। इस दौरान माल तथा माल उतारने के काम में लगे मजदूरों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया।

 

चपटे तल वाले जहाज ‘एमवी नान फ़ंग ची शिंग’ ने 25 अक्टूबर, 2022 को बंदरगाह पर लंगर डाला था। जहाज पर 120 विंडमिल पंखे लदे हुये थे और इस भरे हुये जहाज का अग्र भाग जलस्तर से 6.60 मीटर ऊंचा था। पूरा कनसाइनमेंट 44 घंटों में उतार लिया गया। विंडमिल के पंखे चीन में निर्मित थे और उन्हें चांगशू के बंदरगाह से रवाना किया गया था। उन्हें वीओसी बंदरगाह के जरिये आयातित किया गया था। देश के विंडमिल फार्मों में इन्हें लगाया जायेगा।

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वी.ओ. चिदम्बरनार पत्तन का विंडमिल के पंखों और अन्य सहायक सामग्रियों के प्रबंधन का प्रशंसनीय रिकॉर्ड है। उसने वित्तवर्ष 2021-2022 के दौरान 2906 विंडमिल पंखों का प्रबंधन किया था। इसी तरह सितंबर, 2022 तक के वर्तमान वित्तवर्ष के दौरान बंदरगाह ने 1598 विंडमिल के पंखों का प्रबंधन किया है। बंदरगाह में विंडमिल के पंखे और सहायक उपकरण रखने का पर्याप्त स्थान उपलब्ध है। विंडमिल के पंखों को लादने के लिये लंबे आकार के ट्रक आसानी के साथ भंडार तक पहुंच सकते हैं। बंदरगाह राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा है, जहां तक पहुंचना भी बहुत आसान है।

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वी.ओ. चिदम्बरनार पत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री टीके रामचंद्रन ने कहा, “विंडमिल के पंखों के प्रबंधन की जो उत्कृष्ट सेवा वी.ओ. चिदम्बरनार बंदरगाह प्रदान करता है, वह सेवा प्रणाली क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान है। इसके काम से क्षेत्र का सतत विकास संभव होता है तथा भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है।”

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