52वेंइफ्फी (आईएफएफआई) का भव्य उद्घाटन हुआ, सिनेमाई प्रेरणा का भरपूर आनंद लें

 

कोविड-19 महामारी की वजह से सामने आई हिमालय जैसी बाधाओं को दूर करने का प्रयास करते हुए एक राष्ट्र और एक दुनिया के रूप में हमारी साझा मानवता के संकल्प और लचीलेपन ने हमें निराशा भरी सर्दी के बीच उम्मीदों के स्रोत ढूंढने और अपने लिए तथा भावी पीढ़ी के लिए बेहतर वर्तमान और भविष्य की अनवरत तलाश करने में सक्षम बनाया है। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 52वें संस्करण, जो भारतीय और विश्व सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ संग्रह है, की आज 20 नवंबर 2021 को गोवा के पणजी में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में फिल्मी दुनिया की बड़ी हस्तियों की मौजूदगी में और कलात्मक रूप से प्रेरक उद्घाटन समारोह के साथ एक रंगीन शुरुआत हुई।

इस रंगारंग उद्घाटन समारोह में गोवा के राज्यपाल श्री पी. एस. श्रीधरन पिल्लै, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, और केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री श्री एल. मुरुगन शामिल हुए। उद्घाटन समारोह में सृजनात्मक जीवंतता और कलात्मक वैभव का संचार करने वाले सितारों की आकाशगंगा में सलमान खान, रणवीर सिंह, रितेश देशमुख, जेनेलिया देशमुख और श्रद्धा कपूर सहित भारतीय सिनेमा की बड़ी हस्तियां शामिल थीं।

#IFFI52 has begun with a grand opening ceremony in #Goa today@iffigoa pic.twitter.com/5298dbGEgr

इस्तवन स्ज़ाबो और मार्टिन स्कॉर्सेज़ को सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय सिनेमा के दो दिग्गज हंगेरियन फिल्म निर्देशक इस्तवन स्जाबो और अमेरिकी फिल्म निर्देशक, निर्माता, पटकथा लेखक और अभिनेता मार्टिन स्कॉर्सेस को अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में उनकी उत्कृष्टता के लिए सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

इस सम्मान के लिए एक वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी स्वीकृति देते हुए इस्तवन स्ज़ाबो ने कहा,”मैं इस तथ्य को गहराई से महसूस करता हूं कि भारत के लोग मेरी फिल्मों को जानते हैं और उनमें से कुछ इसे पसंद भी करते हैं।”

सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित होने के लिए अपना आभार व्यक्त करते हुएइस्तवन स्ज़ाबो ने महान सत्यजीत रे के साथ अपनी मुलाकात के बारे में याद दिलाया, जो 30 साल पहले तत्कालीन मद्रास में हुई थी। उन्होंने कहा, ” रे ने मुझे और मेरी पत्नी को रात के खाने (डिनर) पर आमंत्रित किया, जो बहुत अच्छा था। उनकी फिल्मों और फिल्म निर्माण और हमारे पेशे पर हमारी शानदार चर्चा हुई थी। यह एक गहन चर्चा थी जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगा।”

Hungarian filmmaker Istevan Szabo is honoured with #SatyajitRay Lifetime Achievement Award at #IFFI52 Watch a video on his works @IndiaInHungary @MEAIndia pic.twitter.com/hemqJhyCat

इस्तवन स्ज़ाबो पिछले कुछ दशकों से समीक्षकों द्वारा सबसे अधिक प्रशंसित हंगेरियन फिल्म निर्देशकों में से एक है, जिन्हें मेफिस्टो (1981) और फादर (1966) जैसी उत्कृष्ट फिल्मों के लिए जाना जाता है।

मार्टिन स्कॉर्सेज़ न्यू हॉलीवुड युग की प्रमुख हस्तियों में से एक हैं, जिन्हें फिल्म इतिहास में व्यापक रूप से सबसे महान और सबसे प्रभावशाली निर्देशकों में से एक माना जाता है।

इस सम्मान को एक वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी स्वीकृति देते हुए अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा के प्रतीक माने जाने वाले मार्टिन स्कॉर्सेज़ ने कहा,“मैं वास्तव में महान फिल्म निर्माताओं में से एक और मेरी प्रेरणा रहे, सत्यजीत रे के नाम पर इस तरह का पुरस्कार प्राप्त करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं बार-बार रे के काम पर नज़र दौड़ाता हूं और जब भी मैं उनकी फिल्में देखता हूं, यह एक नया अनुभव बन जाता है। पाथेर पांचाली देखना मेरे लिए एक रहस्य के खुलासे जैसा अनुभव था और इसने मुझे एक पूरी नई दुनिया दिखाई।

यह याद करते हुए कि कैसे अंतरंगता, तात्कालिकता, कोमलता और कामुकता ने रे की फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, फिल्म निर्माता मार्टिन स्कॉर्सेज़ ने खुलासा किया कि रे की फिल्मों के संगीत ने उन्हें अपनी फिल्मों के संगीत के निर्माण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा “मैंने अपनी बेटी को छोटी उम्र में पाथेर पांचाली दिखाई थी, इससे उसपर इस बात का बहुत प्रभाव पड़ा कि वह दुनिया और दुनिया भर की अन्य संस्कृतियों को कैसे देखती है।”

#IFFI52 honours Hollywood filmmaker Martin Scorsese with the #SatyajitRay Lifetime Achievement awardHe has created masterpieces like Goodfellas, Taxi Driver, Raging Bull, The Departed, Shutter Island, The World of the Wall Street #IFFI pic.twitter.com/AGZ8VxjpV7

हेमा मालिनी को इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर अवॉर्ड 2021 मिला

प्रसिद्ध अभिनेत्री और दो बार की सांसद हेमा मालिनी को इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर अवार्ड 2021 प्रदान किया गया है।

पुरस्कार स्वीकार करते हुए समाज के व्यापक वर्गों में फिल्म प्रेमियों की पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करने वाली अभिनेत्री हेमा मालिनी ने इस तरह के प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए इस फिल्म समारोह को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा “मैं इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर अवार्ड 2021 पाकर बहुत खुश हूं।”

दिग्गज अभिनेत्री ने “75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो” प्रतियोगिता के माध्यम से युवा और नवोदित सिनेमाई प्रतिभा को पहचानने के लिए आईएफएफआई की सराहना की। उन्होंने कहा “आईएफएफआई इस अंतरराष्ट्रीय मंच के माध्यम से हमारे रचनात्मक युवाओं को प्रोत्साहित करने में बहुत अच्छा काम कर रहा है।”

प्रसिद्ध गीतकार और सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी को भी इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया है। इन्हें 28 नवंबर, 2021 को इफ्फी के समापन समारोह में पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

आईएफएफआई ने 75 “क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो” की घोषणा की और उन्हें सम्मानित किया

पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में हमारा देश कड़ी मेहनत से अर्जित आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, ऐसे में आईएफएफआई में विशेष अतिथि के रूप में भाग लेने के लिए देश भर से 75 युवा महत्वाकांक्षी फिल्म निर्माताओं को चुना गया है। आज इफ्फी (आईएफएफआई) के उद्घाटन समारोह में विजेताओं के नामों की घोषणा की गई।

चुने गए 75 युवाओं में 7 महिला और 68 पुरुष कलाकार शामिल हैं, सभी 35 वर्ष से कम उम्र के हैं। इन्हें निर्देशन, संपादन, गायन और पटकथा लेखन सहित फिल्म निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट कौशल के आधार पर चुना गया है। इन युवाओं को 52वें आईएफएफआई में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, जो उन्हें अपनी रचनात्मकता को निखारने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करेगा।

इस नई पहल के बारे में सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “पहलीबार, हम 75 होनहार युवाओं को पहचान रहे हैं और उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि हम भारत की आजादी के 75 साल का उत्सव मना रहे हैं। उन्हें एक अति सावधान चयन प्रक्रिया के बाद ग्रैंड जूरी और चयन जूरी द्वारा चुना गया है।”

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सबसे कम उम्र के उम्मीदवार बिहार के सिर्फ सोलह साल के आर्यन खान हैं, जिन्हें फिल्म निर्देशन में उनके कौशल के लिए चुना गया है।

#IFFI is embracing new technology and keeping with the pace, giving platforms to artists and #Film industry to engage with them For the 1st time ever we are recognising & mentoring promising young talents through ’75 Young Creative Minds of Tomorrow’- @ianuragthakur pic.twitter.com/hl5YaaHezc

अपने इस मौलिक विचार के बारे में बताते हुए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “इस अनूठी पहल में, हम भारत की आज़ादी के 75वें वर्ष ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर “75 युवा क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो” प्रतियोगिता के माध्यम से युवा प्रतिभाओं को पहचान रहे हैं और उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। इतिहास में पहली बार, आईएफएफआई भारत भर के युवा महत्वाकांक्षी फिल्म निर्माताओं को प्रमुख फिल्म निर्माताओं और फिल्म उद्योग के साथ जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है। कलाकारों को आईएफएफआई में भाग लेने और उद्योग के विशेषज्ञों के साथ व्यक्तिगत रूप से और मास्टरक्लास के माध्यम से बातचीत करने और फिल्म बिरादरी के साथ जुड़ने का मौका मिलेगा।”

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फिल्मी हस्तियों की एक प्रतिष्ठित जूरी द्वारा चुने गए 75 युवा रचनात्मक कलाकारों को बधाई देते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस पहल के पीछे सरकार का उद्देश्य इन फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं, गायकों, पटकथा लेखकों और अन्य कलाकारों को इस विश्व प्रसिद्ध समारोह में अपनी रचनात्मकता दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करना है।

अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय पैनोरमा जूरी सदस्यों को सम्मानित किया गया

समारोह के दौरान जूरी चेयरपर्सन ईरानी फिल्म निर्माता रक्षण बनिएतमड और फिल्म निर्माता एवं निर्देशक स्टीफन वूली, फिल्म निर्माता सिरो गुएरा, विमुक्ति जयसुंदरा और नीला माधब पांडा सहित अन्य सदस्यों के नेतृत्व में 52वें आईएफएफआई के लिए अंतरराष्ट्रीय जूरी को सम्मानित किया गया।

इसके अलावा, समारोह में मंच पर एक पिक्चर कोलाज के माध्यम से भारतीय पैनोरमा और ब्रिक्स फिल्म महोत्सव की जूरी का परिचय भी देखा गया, जो आईएफएफआई 52 के साथ आयोजित किया जाएगा।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए गोवा के राज्यपाल श्री पी.एस. श्रीधरन पिल्लै ने कला की दिव्य उत्पत्ति और महत्व और हमें अपनी जड़ों से जोड़ने में इसकी अपार शक्ति के बारे में बताया। उन्होंने कहा “कलाहमारेप्राचीनलोकाचारकेअनुसारईश्वरकेसमानहै।हमारेप्राचीनग्रंथोंकेअनुसार, एक कलाकार के शब्द परमात्मा के शब्द के समान होते हैं। कला हमारे देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के पोषण और संरक्षण में एक बड़ी भूमिका निभा सकती है।” राज्यपाल ने कलाकारों और फिल्म निर्माताओं से इस दिशा में और अधिक काम करने का अनुरोध किया, जिसे उन्होंने समय की जरूरत बताई।

आइए और ‘सहयोगात्मक विविधता’ के भारत के ‘सिनेमैटिक कैलिडोस्कोप’ का हिस्सा बनें: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने फिल्म प्रेमियों को संबोधित करते हुए भारत और दुनिया भर के सभी फिल्म निर्माताओं को दुनिया के सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत के सहयोगात्मक विविधता के सिनेमाई बहुरूपदर्शक का हिस्सा बनने के लिए एक भावुक निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि भारत की कहानी भारतीयों द्वारा लिखी और परिभाषित की जा रही है। सभी फिल्म निर्माताओं के लिए हमारा संदेश यह है – ‘सहयोगात्मक विविधता’ के भारत के ‘सिनेमैटिक कैलिडोस्कोप’ का हिस्सा बनें, जो एक उभरते, असंख्य महत्वाकांक्षी आवाज के रूप में नई प्रगति करने और जो मौजूदा दशक और उससे आगे के समय में भी नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

“सरकार का लक्ष्य भारत को विश्व सिनेमा का केंद्र, फिल्म निर्माताओं और फिल्म प्रेमियों के लिए पसंदीदा जगह बनाना है”

सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने भारत को सामग्री निर्माण का पावरहाउस और दुनिया का पोस्ट-प्रोडक्शन हब बनाने के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा “हमाराउद्देश्यक्षेत्रीय फिल्म उत्सवों को बढ़ाकर भारत को सामग्री निर्माण का विशेष रूप से एक क्षेत्रीय पावरहाउस बनाना है। हम अपने कुशल युवाओं के बीच अपार तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाकर भारत को दुनिया का पोस्ट प्रोडक्शन हब बनाने के अपने प्रयासों में भी दृढ़ हैं। हमारा लक्ष्य भारत को विश्व सिनेमा का केंद्र बनाना है- फिल्मों और फिल्म समारोहों के लिए एक खास जगह, फिल्म निर्माताओं और फिल्म प्रेमियों के लिए सबसे पसंदीदा जगह!”

केंद्रीय मंत्री ने आईएफएफआई के लिए सरकार की प्रगतिशील और महत्वाकांक्षी सोच को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा “आईएफएफआई के लिए हमारी सरकार की सोच महज एक कार्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारी सोच यह है कि जब भारत अपनी आज़ादी के 100वें वर्ष का जश्न मना रहा होगा तब आईएफएफआई को किस महान स्थिति में होना चाहिए।”

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने यह याद दिलाते हुए कि गोवा आज़ादी के 60वें वर्ष का जश्न मना रहा है जबकि देश आज़ादी के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, गोवा में फिल्म प्रेमियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव, जब हम अपनी आज़ादी के 100 वर्ष मना रहे होंगे तो हमारे लिए देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सामूहिक संकल्प लेने का अवसर है। उन्होंने कहा “यह भारतीय सिनेमा के लिए एक अनूठा अवसर और सभी मंचों पर सभी स्तरों पर, सभी क्षेत्रीय भाषाओं में, घरेलू और वैश्विक स्तर पर सामग्री निर्माण और प्रसार में अद्भूत संभावनाएं पेश करता है।”

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, आईएफएफआई 52 दुनिया भर की फिल्मों और फिल्म निर्माताओं को एक साथ लाया है। उन्होंने कहा कि आईएफएफआई में इस बार कई चीजें पहली बार हो रही हैं। पहली बार, आईएफएफआई ने ओटीटी प्लेटफार्मों को आने और पिछले कुछ वर्षों के दौरान उन्होंने जो कुछ भी तैयार किया है उन्हें प्रदर्शित करने की अनुमति दी है।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आईएफएफआई नई तकनीक को अपना रहा है और कलाकारों और उद्योग जगत को बदलाव की गति को ध्यान में रखते हुए एक-दूसरे से जुड़ने के लिए एक मंच दे रहा है।

52वें आईएफएफआई में प्रतिनिधियों और मेहमानों का स्वागत करते हुए गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत ने पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री स्वर्गीय डॉ. मनोहर पर्रिकर को याद किया, जिन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार आईएफएफआई की मेजबानी की थी, जिसके बाद पिछले 17 वर्षों से आईएफएफआई की मेजबानी समुद्र तटीय शहर गोवा में लगातार की जा रही है। उन्होंने कहा, “पर्यटन राज्य गोवा में फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए हम राज्य में सिंगल विंडो क्लीयरेंस दे रहे हैं।’’मुख्यमंत्री श्री सावंत ने दुनिया को यह दिखाने के लिए प्रधानमंत्री को बधाई दी कि देश तेजी से करोड़ों लोगों का टीकाकरण करने में सक्षम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य के अनुरूप गोवा का लक्ष्य केंद्र सरकार के सहयोग से फिल्म और मनोरंजन के क्षेत्र में आत्म-निर्भरता हासिल करना है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने कहा कि आईएफएफआई विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक लोकाचार को समझने और विश्व सिनेमा की सराहना करने की अनुमति देता है। “हमारे अभिनेता अतीत में महान नायकों और महान घटनाओं को जीवंत कर देते हैं।”

राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में भारत का लक्ष्य फिल्म निर्माण के लिए आकर्षक जगह बनना है। उन्होंने कहा, “हमने फिल्म निर्माताओं की सुविधा के लिए सिंगल विंडो यानी संपर्क के एकल बिंदु के रूप में फिल्म सुविधा कार्यालय खोला है।”

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा कि आईएफएफआई देश का सबसे बड़ा और सर्वश्रेष्ठ फिल्म महोत्सव है, जिसकी 50 से अधिक वर्षों की समृद्ध विरासत है। उन्होंने कहा “नौ दिनों तक चलने वाला आईएफएफआई एक स्थान पर भारत और दुनिया भर की अच्छी फिल्मों का उत्सव है।”

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#IFFI allows the understanding of various social and cultural ethos, and appreciation of world #cinemaThat’s why, with the initiative of @ianuragthakur ji, #IFFI has invited 75 young creative minds in the field of movies – MoS, @MIB_India #AzadiKaAmritMahotsav pic.twitter.com/tdOF1BpGtI

सचिव श्री अपूर्व चंद्रा ने बताया कि कोविड-19 चुनौती के बावजूद यह पहले से बड़ा उत्सव हो गया है। उन्होंने कहा, “भलेहीहमहाइब्रिडमोडमेंजश्नमनारहेहैं, लेकिन यह फिल्म समारोह किसी अन्य समारोह से भी बड़ा हो गया है। पिछले साल 69 देशों की तुलना में कोविड-19 के बावजूद 96 देशों से 624 प्रविष्टियां मिलीं हैं। भारतीय पैनोरमा खंड में भारत की 18 विभिन्न भाषाओं की 44 फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें दीमासा भाषा की भी एक फिल्म शामिल है, जो संविधान की 8वीं अनुसूची में दर्ज भी नहीं है। 12 विश्व प्रीमियर,7 अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर और 64 राष्ट्रीय प्रीमियर हैं, जो यह दर्शाता है कि आईएफएफआई के लिए साल-दर-साल चाहत बढ़ रही है। यह दर्शाता है कि हम इस कोविड काल के दौरान चुनौती के बावजूद खड़े हैं।”

ब्रिक्स देशों की बेहतरीन फिल्मों को ब्रिक्स फिल्म महोत्सव और फोकस कंट्री सेक्शन दोनों के हिस्से के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा

पहली बार, पांच ब्रिक्स देशों, अर्थात् ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका और भारत की फिल्मों को आईएफएफआई के साथ ब्रिक्स फिल्म महोत्सव के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा, इससे पहले के एक फोकस कंट्री के विपरीत, इस बार सभी पांच ब्रिक्स देश आईएफएफआई 52 में फोकस कंट्री हैं, जिससे इस बार फिल्म प्रेमियों को इन सभी पांच देशों की सिनेमाई उत्कृष्टता और उनके योगदान से प्रेरित होने का मौका मिलेगा।

एशिया के इस सबसे पुराने और सबसे बड़े फिल्म समारोह ने 21वीं सदी के डिजिटल और इससे जुड़े युग में प्रौद्योगिकी, समाज, संस्कृति और सदियों पुराने और नए युग के अवसरों और चुनौतियों के बदलते स्वरूप के साथ अपने प्रगतिशील विकास और अनुकूलन को बनाए रखा है। कोविड महामारी के बाद के युग में आईएफएफआई के दूसरे संस्करण ने आधुनिक तकनीकों को अपनाया है ताकि ऑन-ग्राउंड और वर्चुअल/ऑनलाइन फिल्म स्क्रीनिंग, मास्टरक्लास, वार्तालाप सत्र और अन्य समारोहों के हाइब्रिड फॉर्मेट को अपनाया जा सके। इसने अनुपस्थित दर्शकों, जो फिल्मों के काफी पारखी हैं और उन्हें भी जो कभी-कभी ही फिल्में देखते हैं या नए फिल्म प्रेमी हैं, को सिनेमा के कालातीत उत्सव में खुद को गहरे डूबोनो के लिए सक्षम बनाया है।

 

आईएफएफआई के इतिहास में पहली बार सभी प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन, सोनी और अन्य, विशेष मास्टरक्लास, सामग्री लॉन्च और पूर्वावलोकन, क्यूरेटेड फिल्म पैकेज स्क्रीनिंग और विभिन्न ऑन-ग्राउंड तथा वर्चुअल समारोहों के माध्यम से फिल्म समारोह में भाग ले रहे हैं। आज उद्घाटन समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण सचिव द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, ओटीटी प्लेटफार्मों की भागीदारी भविष्य में अब नियमित तौर पर होगी।

आईएफएफआई 52 स्पैनिश संगीत ‘द किंग ऑफ ऑल द वर्ल्ड’ (एल रे डी टोडो एल मुंडो) के अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर के साथ शुरू होगा

यदि संगीत प्रेम का भोजन है, तो ‘द किंग ऑफ द वर्ल्ड’ देखने के साथ फिल्मों के प्रति अपने प्यार को तृप्त करें। जी हां, आईएफएफआई का 52वां संस्करण स्पेनिश फिल्म निर्माता कार्लोस सौरा द्वारा निर्देशित और लिखित स्पेनिश संगीत के साथ शुरू होगा। मेक्सिको-स्पेन सह-निर्माण में बनी यह फिल्म नए और आधुनिक दोनों संस्करणों में संगीत और नृत्य को मिलाकर स्पेन और मैक्सिको को जोड़ने और दोनों देशों के बीच जुड़ाव को फिर से हासिल करने का एक कलात्मक प्रयास है। उद्घाटन समारोह में उत्तेजक फिल्म ट्रेलर के साथ इस संगीतमय फिल्म की शुरुआत की गई।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने एनएफडीसी फिल्म बाजार पर एक वीडियो भी जारी किया।

आईएफएफआई महोत्सव के निदेशक श्री चैतन्य प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर को आईएफएफआई में पूरी ताकत से भाग लेने के लिए ओटीटी प्लेटफार्मों को आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने सभी फिल्म प्रेमियों से आग्रह किया कि वे फिल्मों और कलात्मक फालतू के निरंतर उत्सव का आनंद लें और खुद को सिनेमा की भावना में डुबो दें।

उद्घाटन समारोह की मेजबानी मशहूर फिल्म निर्माता करण जौहर और एंकर और अभिनेता मनीष पॉल ने संयुक्त रूप से की। बॉलीवुड सितारों सलमान खान और रणवीर सिंह की शानदार उपस्थिति के अलावा, सिद्धार्थ आनंद, मधुर भंडारकर, सामंथा रूथ प्रभु, मनोज बाजपेयी, खुशबू सुंदर, रवि कोट्टारकरा, राज निदिमोरु और कृष्णा डीके सहित कई प्रतिष्ठित फिल्म हस्तियों ने उद्घाटन समारोह की मान्यता और सम्मान में इजाफा किया।

मुझे केवल एक मुल्क का नाम सुनाई देता है – इंडिया Mujhe kewal ek mulk ka naam sunayi deta hai – INDIA- Union Minister @ianuragthakur at #IFFI52 pic.twitter.com/XtWP4rMvaN

बॉलीवुड सितारों सलमान खान और रणवीर सिंह की शानदार उपस्थिति के अलावा, सिद्धार्थ आनंद, मधुर भंडारकर, खुशबू सुंदर, रवि कोट्टाराकारा सहित कई प्रतिष्ठित फिल्मी हस्तियों ने समारोह की पहचान और सम्मान को बढ़ाया।

Congratulations to the 75 young aspiring #Film makers who have been selected from across the country to attend #IFFI52 as special guests today#AzadiKaAmritMahotsavhttps://t.co/RBauXmFOlb pic.twitter.com/SygVOzfGo3

आईएफएफआई में लगभग 73 देशों की 148 फिल्मों को अंतर्राष्ट्रीय खंड में दिखाया जाएगा, जिसमें लगभग 12 विश्व प्रीमियर, लगभग 7 अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर, 26 एशिया प्रीमियर और लगभग 64 भारतीय प्रीमियर होंगे। समारोह के लिए इस बार 95 देशों से 624 फिल्में मिलीं, जो पिछले संस्करण में 69 देशों से आई फिल्मों से अधिक है।

वेनिस फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के विजेता जेन कैंपियन द्वारा निर्देशित ‘द पावर ऑफ द डॉग’ को मिड फेस्ट फिल्म के रूप में चुना गया है।

निर्देशक असगर फरहादी की ग्रां प्री पुरस्कार विजेता फिल्म ‘ए हीरो’ महोत्सव का समापन करेगी।

आईएफएफआई के विश्व पैनोरमा खंड में दुनिया भर की 55 बेहतरीन फिल्में दिखाई जाएगी। फेस्टिवल कैलिडोस्कोप के लिए 11 फिल्मों का चयन किया गया है, जिनमें टाइटेन (फ्रेंच) और सौद (अरबी) जैसी फिल्में शामिल हैं।

महानुभावों की स्मृति में

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का हर संस्करण उन दिग्गजों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने इस दुनिया से रुखसत कर लिया। 52वें आईएफएफआई का श्रद्धांजलि खंड बर्ट्रेंड टैवर्नियर, क्रिस्टोफर प्लमर, जीन-क्लाउड कैरियर और जीन-पॉल बेलमंडो की फिल्मों को इन दिग्गजों को श्रद्धांजलि के रूप में प्रदर्शित करेगा। आईएफएफआई भारतीय फिल्म दिग्गज बुद्धदेव दास गुप्ता (निर्देशक), दिलीप कुमार (अभिनेता), नेदुमुदी वेणु (अभिनेता), पुनीत राजकुमार (अभिनेता), संचारी विजय (अभिनेता), सुमित्रा भावे (निर्देशक), सुरेखा सीकरी (अभिनेत्री) और वामन भोंसले (फिल्म संपादक) को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेगा।

इस महोत्सव में बड़े पर्दे पर पहले जेम्स बॉन्ड सर सीन कॉनरी को विशेष श्रद्धांजलि दी जाएगी।

पूर्वव्यापी

52वें आईएफएफआई में पूर्वव्यापी खंड में प्रसिद्ध हंगेरियन फिल्म निर्माता बेला तार और रूसी फिल्म निर्माता और मंच निर्देशक आंद्रेई कोंचलोव्स्की की फिल्में दिखाई जाएंगी।

आत्मकेंद्रित फिल्म निर्माता बेला तार ने अपनी खुद की दृश्य शैली बनाई है। उनकी फिल्मों ने बर्लिन, कान्स और लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल में भी वाहवाही बटोरी।

कोंचलोव्स्की की फिल्मों ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें कान्स ग्रां प्री स्पेशल डू जूरी, एक एफआईपीआरईएससीआई अवार्ड, दो सिल्वर लायंस, तीन गोल्डन ईगल अवार्ड और एक प्राइमटाइम एमी अवार्ड शामिल हैं।

गोवा में पणजी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में इफ्फी के भव्य उद्घाटन समारोह में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला भी देखी गई।

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एमजी/एएम/एके/एसएस