वंदे भारतम- नृत्य उत्सव और ‘कला कुंभ’ के तहत बनाए गए विशाल स्क्रॉल कल राजपथ पर गणतंत्र दिवस कार्यक्रम 2022 के मुख्य आकर्षणों में से एक होंगे

संस्कृति मंत्रालय ने गणतंत्र दिवस समारोह 2022 के हिस्से के रूप में ‘विविधता में एकता’ और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ावा देने के लिए अनूठी पहल की है। इस अवसर के लिए संस्कृति मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए दो प्रमुख बड़े कार्यक्रमों में ‘वंदे भारतम’-नृत्य उत्सव और ‘कला कुंभ’ शामिल हैं। यह बात संस्कृति मंत्रालय के सचिव श्री गोविंद मोहन ने कल राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में प्रस्तुत किए जाने वाले भव्य ‘वंदे भारतम’ कार्यक्रम की प्रोडक्शन टीम के साथ बातचीत के दौरान कही। संस्कृति सचिव ने कहा कि वंदे भारतम कार्यक्रम का निर्माण प्रतिष्ठित नृत्य निर्देशकों (कोरियोग्राफरों), प्रसिद्ध संगीतकारों और प्रसिद्ध रचनात्मक डिजाइनरों की मदद से किया गया है। श्री गोविंद मोहन ने विस्तार से बताया कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस आजादी का अमृत महोत्सव की अवधि के भीतर आ रहा है और भारतीय संस्कृति को एक सॉफ्ट पावर के रूप में प्रदर्शित करने का यह एक बहुत बड़ा अवसर है। उन्होंने आगे कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव लोगों में गर्व पैदा करेगा और युवाओं को यह सोचने के लिए प्रेरित करेगा कि 2047 में भारत कैसा होगा। संस्कृति सचिव ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम और अनसुने नायकों की वीरता की कहानियों को उजागर करना आजादी का अमृत महोत्सव, जिसे जनभागीदारी मोड में मनाया जा रहा है, का एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटक है। उन्होंने बताया कि राजपथ पर स्थापित और कला कुंभ के तहत बनाए गए विस्मयकारी स्क्रॉल स्वतंत्रता के संघर्ष और गुमनाम नायकों की कहानियों की एक शानदार प्रस्तुति हैं। संस्कृति सचिव ने कहा कि ‘वंदे भारतम’- नृत्य उत्सव और ‘कला कुंभ’  के तहत बनाए गए विशाल और शानदार स्क्रॉल कल राजपथ पर गणतंत्र दिवस कार्यक्रम 2022 के प्रमुख आकर्षणों में से एक होंगे।

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इस अवसर पर, एनजीएमए के महानिदेशक श्री अद्वैत गडनायक; संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुश्री अमिता प्रसाद सरभाई, ओएसडी (आजादी का अमृत महोत्सव) श्री रत्नेश कुमार झा, चार प्रसिद्ध नृत्य निर्देशक (कोरियोग्राफर) सुश्री रानी खानम, सुश्री मैयत्री पहाड़ी, सुश्री तेजस्विनी साठे और श्री संतोष नायर; प्रसिद्ध संगीतकार बिक्रम घोष एवं रिकी केज और रचनात्मक डिजाइनर संध्या रमन उपस्थित थे।

अखिल भारतीय स्तर की एक प्रतियोगिता – वंदे भारतम – का आयोजन किया गया था और इसके ग्रैंड फिनाले से 480 नृत्य कलाकारों को विजेता घोषित किया गया था। ये नृत्य कलाकार 26 जनवरी 2022 को नई दिल्ली में राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। बातचीत के इस कार्यक्रम में बोलते हुए, नृत्य निर्देशकों ने कहा कि वे वंदे भारतम का हिस्सा बनकर अभिभूत महसूस कर रहे हैं और युवा नृत्य कलाकारों का मार्गदर्शन करने का यह एक बेहद ही सुखद अनुभव रहा।

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‘कला कुंभ’ पहल के तहत 750 मीटर लंबे स्क्रॉल को विभिन्न क्षेत्रों के स्थानीय कलाकारों द्वारा चित्रकारी से सजाया गया है और स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों की वीरता की कहानियों को चित्रित किया गया है। एनजीएमए के महानिदेशक श्री अद्वैत गडनायक ने इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ‘कला कुंभ’ विविधता में एकता के सार को दर्शाता है और स्क्रॉल को 600 से अधिक कलाकारों के सहयोग से चित्रित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि समकालीन, स्वदेशी और पारंपरिक कलाकारों का एक मंच पर आना अपने आप में एक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में यात्रा प्रदर्शनी या स्क्रॉल की यात्रा आयोजित की जाएगी।

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एमजी/एएम/आर