उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत एनईसी के अधीन एक पंजीकृत सोसायटी एनईआरसीआरएमएस की पहल- नए दृष्टिकोण के साथ आत्मनिर्भर उत्तर पूर्व की कृषि

 

अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिला स्थित देवमाली गांव में अधिकांश लोग कृषि कार्यों में लगे हुए हैं। उपयुक्त कृषि-जलवायु परिस्थितियों के कारण उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) में मसालों की खेती की काफी संभावनाएं हैं।

12 फरवरी, 2022 को भारत सरकार के मंत्रालय की उत्तर पूर्वी परिषद् (एनईसी) के तहत शिलांग स्थित उत्तर पूर्वी क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबंधन सोसायटी (एनईआरसीआरएमएस) ने अरुणाचल प्रदेश के नामसाई स्थित मसाला बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय की सहभागिता में मसाला उत्पादकों के लिए देवमाली स्थित पटकाई हिल्स वेलफेयर सोसाइटी कार्यालय में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यह भी पढ़ें :   अफगानिस्तान में चरमपंथियों की सरकार बनाने का खामियाजा भुगत रहा है पाकिस्तान।

इस कार्यक्रम में 60 से अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया। उन्हें मसाला उत्पादन के साथ-साथ आय में बढ़ोतरी के लिए अपनी उपज बेचने के संबंध में प्रशिक्षित किया गया।

मसाला बोर्ड के अधिकारियों ने आगे इस बात को रेखांकित किया कि किसानों को उनकी कृषि संबंधी गतिविधियों और आर्थिक स्थिति में सुधार के संबंध में प्रोत्साहित करने के लिए निकट भविष्य में नमसांग प्रखंड और सोहा प्रखंड में इस तरह की और परियोजनाएं संचालित की जाएंगी।

यह भी पढ़ें :   केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने ‘स्वच्छ भारत कार्यक्रम’ के लिए युवाओं को प्रेरित किया

*********

एमजी/एएम/एचकेपी/सीएस