संस्कृति मंत्रालय ने विशाखापत्तनम में आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में “मिलन 2022” के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया

मुख्य बिंदु :

संस्कृति मंत्रालय ‘मिलन 2022’ में भाग ले रहा है, जिसमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) 26 फरवरी से 28 फरवरी 2022 के दौरान आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में पूर्वी नौसेना कमान और आंध्र प्रदेश सरकार के सहयोग से विशाखापत्तनम के रामकृष्ण बीच और मिलन गांव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है।

मिलन एक बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास है, जोकि हर दो साल में एक बार आयोजित किया जाता है। मिलन 2022 का मूल विषय ‘सौहार्द-सामंजस्य-सहयोग’ इस अभ्यास की मूल भावना  की सच्ची अभिव्यक्ति है। मिलन 2022 के लिए 46 मित्र देशों को आमंत्रित किया गया है।

संस्कृति मंत्रालय की ओर से आईजीएनसीए द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के एक अंग के रूप में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल हैं:

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इस आयोजन में स्वागत भाषण देते हुए, आईजीएनसीए की निदेशक डॉ. प्रियंका मिश्रा ने आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) की अवधारणा और उसकी विषय – वस्तु और मिलन 2022 में आयोजित इस विशेष नौसेना समारोह के महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा की।

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, विजाग की महापौर गोलागनी हरि वेंकट कुमारी ने आंध्र प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के योगदानों और उसके महत्व के साथ-साथ भारत के लोगों के समर्पण के बारे में बताया, जिन्होंने न सिर्फ भारत को उसकी विकास की यात्रा में यहां तक ​​लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि जो अपने भीतर आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित भारत 2.0 को सक्रिय करने की प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना को साकार करने की शक्ति और क्षमता भी रखते हैं।

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यह कार्यक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें भारतीय नौसेना की इकाइयों के अलावा लगभग 140 उच्च-स्तरीय विदेशी प्रतिनिधियों और 14 विदेशी युद्धपोतों एवं विमानों की भागीदारी होगी और इन देशों के प्रतिनिधि आयोजन स्थल पर पतंगबाजी के साथ-साथ रंगोली भी देखेंगे। विशाखापत्तनम और पूरी दुनिया के लोग एकेएएम के ऑनलाइन माध्यम के जरिए इन सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले सकते हैं।

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