रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के गांधीनगर में आयोजित होने वाली अब तक के सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी- 2022 की तैयारियों की समीक्षा की

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 28 फरवरी 2022 को थल, नौसेना, वायु और होमलैंड सिक्योरिटी प्रणालियों पर एशिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी- रक्षा प्रदर्शनी 2022 की तैयारियों की समीक्षा की। कोविड- 19 के मामलों की संख्या में कमी को देखते हुए भारत ने 10 फरवरी, 2022 को अपने स्वास्थ्य प्रोटोकॉल में ढील दी थी, जिसके बाद इस आयोजन ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। 1999 में शुरू होने के बाद से रक्षा प्रदर्शनी- 2022 को अब तक का सबसे बड़ा आयोजन बनाने का संकल्प है। पिछले साल महामारी के कारण इस तरह के आयोजनों की अनिश्चितता के बावजूद यह भारत के लिए अपने स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के व्यावसायिक हितों को आगे बढ़ाने के अपने संकल्प में बाधा नहीं बन पाया. 31 जुलाई, 2021 को रक्षा मंत्रालय का रक्षा प्रदर्शनी- 2022 के आयोजन को लेकर आगे बढ़ने का निर्णय दूरदर्शी प्रतीत होता है।

रक्षा प्रदर्शनी- 2022 भारत के ‘गौरव का मार्ग’ को प्रतिध्वनित करने के लिए तैयार है। रक्षा प्रदर्शनी- 2022 को समावेशी बनाने के संबंध में उन प्रतिभागियों, जो प्रतिबंधों या अपनी ओर से देरी से लिए गए निर्णय के चलते इसमें उपस्थित नहीं हो सकते हैं, उनके लिए यह आयोजन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा। यानी इसमें शारीरिक और वर्चुअल, दोनों रूपों में हिस्सा लिया जा सकता है। रक्षा मंत्रालय ने वर्चुअल कार्यक्रम की ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया शुरू की है। इसमें भागीदारी के लिए विभिन्न स्वास्थ्य प्रोटोकॉल वाले देशों से को अधिक से अधिक संख्या में आमंत्रित किया गया है। इस पहल के परिणामस्वरूप अधिक संख्या में प्रतिभागी इससे जुड़ पाएंगे और इसकी पहुंच में बढ़ोतरी होगी, क्योंकि इस पहल के माध्यम से प्रदर्शक उन लोगों को भी इसमें शामिल कर सकतें हैं, जो शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं होंगे।

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रक्षा प्रदर्शनी- 2022 की योजना लगभग एक लाख वर्गमीटर के क्षेत्र में तीन स्थलों पर बनाई जा रही है। यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन क्षेत्र है। इनमें हेलीपैड प्रदर्शनी केंद्र (एचईसी) में प्रदर्शनी, महात्मा मंदिर सम्मेलन व प्रदर्शनी केंद्र (एमएमसीईसी) में कार्यक्रम व सेमिनार और साबरमती रिवरफ्रंट पर जनता के लिए इसका सीधा प्रदर्शन शामिल हैं।

रक्षा मंत्री ने इसका उल्लेख किया कि भारत में हाल ही में स्वास्थ्य प्रोटोकॉल में ढील दी थी, जिसने रक्षा प्रदर्शनी- 2022 में अधिक रुचि उत्पन्न की है। इसमें 78 देश और 39 मंत्रीस्तरीय प्रतिनिधिमंडल हिस्सा लेंगे। आने वाले दिनों में और भी मंत्रीस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के इसमें भाग लेने की पुष्टि हो सकती है। इसके अलावा 1000 से अधिक पंजीकृत प्रदर्शक शामिल होंगे। वहीं, विदेशों के रक्षा मंत्रियों की पुष्टियां भी प्राप्त हो रही हैं। अब तक प्राप्त पुष्टियों की मानें तो यह संख्या फरवरी, 2020 में यानी कोविड महामारी से पहले लखनऊ में आयोजित रक्षा प्रदर्शनी के बराबर है।

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जैसा कि अब विशाल रक्षा प्रदर्शनी- 2022 की उलटी गिनती शुरू हो गई है और इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी अपने रक्षा व्यापार से संबंधित हितों को आगे बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय में अपना विश्वास व्यक्त कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने इसका उल्लेख किया रक्षा प्रदर्शनी- 2022 के आयोजन को एक दिन बढ़ाए जाने से स्थानीय छात्रों को इसका लाभ होगा, क्योंकि उनके लिए समर्पित दौरे की योजना बनाई जा रही है। 14 मार्च 2022 को रक्षा प्रदर्शनी- 2022 में मेजबान राज्य के युवा उद्यमियों और कॉलेज/विद्यालय के छात्रों को शामिल होने की सुविधा प्रदान की जाएगी।

रक्षा प्रदर्शनी- 2022 अपने व्यावसायिक हितों को आगे बढ़ाने और क्षेत्र में शांति व सुरक्षा को आगे बढ़ाने की दिशा में वैश्विक पहल करने के भारत के संकल्प का प्रतीक है। रक्षा मंत्री ने इसकी तैयारियों व प्रयासों का अवलोकन किया। साथ ही, उन्होंने एक सुरक्षित व सफल रक्षा प्रदर्शनी- 2022 के संचालन को लेकर अपना विश्वास व्यक्त किया है।

इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, रक्षा अनुसंधान व विकास निदेशालय (डीडीआरएंडडी) के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) श्री संजीव मित्तल और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ नागरिक व सैन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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