आईएचजीएफ दिल्ली मेले के 53वें संस्करण का ऑर्डरों, आकांक्षाओं तथा नेटवर्किंग के साथ उपयुक्त समापन

 आईएचजीएफ दिल्ली मेले के 53वें संस्करण का समापन समारोह आज ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री राज के मल्होत्रा, ईपीसीएच के महानिदेशक तथा आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार, ईपीसीएच की प्रशासन समिति के सदस्य एवं ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा की उपस्थिति में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कार प्रदान किए जाने के साथ संपन्न हुआ।

सफल मेले के लिए बधाई देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘‘ हमारा हस्तशिल्प सेक्टर विविधता में एकता, समृद्धि तथा हमारे समाज एवं संस्कृति की गतिशीलता प्रदर्शित करता है। जोर हमारे कड़ी मेहनत करने वाले शिल्पकारों के लिए व्यापक बाजार अवसर उपलब्ध कराने पर है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी सरकार का दृढ़ विश्वास है कि प्रौद्योगिकी उन्नयन इसके विस्तार की कृंजी है।  हमाने इस सेक्टर में अनुसंधान तथा नवोन्मेषण को और आगे बढ़ाने के लिए निर्णायक कदम उठाये हैं तथा विनिर्माताओं को उपयोगकर्ताओं के और अधिक अनुकूल तथा टिकाऊ उत्पादों का उत्पादन करने के लिए सहायता की है। ‘‘

अंतरराष्ट्रीय सोर्सिंग समुदाय द्वारा संरक्षित, वैश्विक रूप से  मान्यता प्राप्त आईजीसीएफ दिल्ली मेले में इसके 2596 प्रदर्शकों के साथ क्षेत्रीय प्रदर्शन तथा कई प्रकार के सहायक कार्यक्रम आयोजित किए गए। टिकाऊपन की बात सबसे प्रमुख रही क्योंकि कई खरीदारों ने होम तथा जीवनशैली उत्पादों में पर्यावरण के अनुकूल तथा उसके अनुरूप रेंजों की मांग की। कई लोगें ने कहा कि वे ‘ कच्चे ‘ तथा ‘ प्राकृतिक ‘ लुक को पसंद करते हैं और इस बार मेले में उनके आपूर्तिकर्ताओं ने प्रकृत्ति से प्रदत्त रिपर्पोज्ड कास्ट-ऑफ सामग्रियों तथा डेरिवेटिव में और अधिक विकल्प प्रस्तुत किए। यूरोपीय खरीदारों ने अन्य होम उत्पादों के बीच प्लास्टिक के विकल्प के रूप में नियमित उपयोग के दिलचस्प बैग खरीदे हैं। कई खरीदारों ने जूट, भांग, नदी के किनारे की मोटी घास, बेंत तथा बांस आदि से बने बास्केटरी तथा घर की उपयोगिता की वस्तुओं की खरीद की। मेले में उपस्थित प्रदर्शकों का झुकाव भी समान रूप से टिकाऊपन की ओर रहा है तथा उन्होंने कई संभावनाओं की प्रस्तुति के साथ खरीदारों को आश्चर्यचकित कर दिया है।

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ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री आर के मल्होत्रा ने कहा, ‘‘ हमारे खरीदारों को यह देख कर प्रसन्नता हुई कि हम पर्यावरण को बचाने की दिशा में वैश्विक चिंता को साझा करते हैं। उन्होंने हमारे प्रदर्शकों द्वारा प्रदर्शित समकालीन तथा स्टादलिश बेंत और बांस शिल्प, घर को सजाने के सामान, फर्नीचर तथा साज सामान, कलात्मक वस्त्र, सूखे फूल और पोटपौरी, प्राकृतिक फाइबर उत्पाद, दस्तकारी फैशन ज्वेलरी तथा एसेसरी आदि को पसंद किया है। ये सभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में विद्यमान तथा अपकमिंग रुझान के अनुरूप हैं जिसके कारण उनकी बहुत अधिक मांग है। ‘‘

ईपीसीएच के महानिदेशक तथा आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा, ‘‘ आज, जहां भारत में कई स्थापित कंपनियों ( विनिर्माताओं/निर्यातकों) ने सामाजिक तथा पर्यावरण के दृष्टिकोण से जिम्मेदार एवं अनुपालन करने वाला बनने के लिए निर्णायक कदम उठाये हैं और प्रमाणित हैं, जमीनी स्तर पर ऐसे कई कारीगर तथा विनिर्माता हैं जिनका व्यवसाय मॉडल अनिवार्य रूप से टिकाऊपन पर केंद्रित है। इस मेले के माध्यम से हम उन्हें सबसे आगे ले आए हैं।

ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने जानकारी दी कि ‘‘ 92 देशों से लगभग 4856 खरीदारों तथा खरीद प्रतिनिधियों ने मेले का अवलोकन किया जिसका परिणाम 3650 करोड़ रुपये के बराबर के व्यवसाय पूछताछ के रूप में सामने आया। ‘‘ उन्होंने कहा , ‘‘ अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ग्रीस, इटली, स्वीडेन, स्पेन, रूस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, चीन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, इजरायल, सऊदी अरब, टर्की, कनाडा, ब्राजील तथ कई देशों से खरीदारों ने मेले का अवलोकन किया। ‘‘

 

छह उत्पाद श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ डिजायन डिस्प्ले के लिए अजय शंकर तथा पी एन सूरी स्मारक पुरस्कार प्रदान किए गए। एक विशेष श्रेणी पुरस्कार भी प्रदान किया गया :

अजय शंकर स्मारक पुरस्कार 

लैम्प, लाइटिंग एवं एसेसरीज श्रेणी में

मुरादाबाद के मेसर्स सिटीक्राफ्ट्स कॉरपोरेशन ( स्वर्ण) के डैनिश को तथा

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मुरादाबाद के मेसर्स आरएच कलेक्शन इंडिया ( रजत ) के अब्दुल्ला हुसैन को प्रदान किया गया।

 

होम टैक्स्टाइल, फर्निशिंग्स तथा फ्लोर कवरिंग्स श्रेणी में

लुधियाना के मेसर्स अल्फा कॉरपोरेशन ( स्वर्ण) के आयुष बहल तथा चिराग को तथा

जयपुर के मेसर्स सीन अनसीन इंडिया ( रजत ) की सुश्री सान्या परनामी को प्रदान किया गया।

 

क्रिसमस डेकोरेटिव तथा फेस्टिव डेकोर श्रेणी में

नई दिल्ली के मेसर्स सिमरन एक्सपोर्ट इंक. ( स्वर्ण) के सिमरन सिंह सचदेव को तथा

नई दिल्ली के द सूर्या एक्सपोर्ट्स  ( रजत ) के ओम प्रकाश गुप्ता को प्रदान किया गया।

 

फैशन ज्वेलरी तथा एसेसरीज श्रेणी में

जयपुर के मेसर्स डीडब्ल्यूएस ज्वेलरी प्रा. लि. ( स्वर्ण) के कुलदीप सिंह को तथा

कोलकाता के मेसर्स पटोदिया ऑर्गेनिक्स एलएलपी ( रजत ) के देवन पटोदिया को प्रदान किया गया।

 

पी एन सूरी स्मारक पुरस्कार 

हाउसवेयर, टेबलवेयर, किचनवेयर तथा होटलवेयर ( ईपीएनएस सहित ) श्रेणी में

मुरादाबाद के मेसर्स अधर्व इंटरनेशनल ( स्वर्ण ) के करन कपूर को तथा

नई दिल्ली के मेसर्स डेस्टिनी क्रिएशंस प्रा. लि. ( रजत ) के देवेन्द्र अहलावत को प्रदान किया गया।

 

फर्नीचर, फर्नीचर हार्डवेयर तथा ऐसेसरीज श्रेणी में

मुरादाबाद के मेसर्स आर आर ओवरसीज ( स्वर्ण) के राहुल तथा दीपक भारद्वाज को तथा

जोधपुर के मेसर्स लारिया आर्ट पैलेस प्रा. लि. ( रजत ) के अमन मेहता को प्रदान किया गया।

 

विशेष श्रेणी पुरस्कार टिकाऊ शिल्प

यह पुरस्कार जोधपुर के मेसर्स बोनाफाइड एक्सपोट्र्स के बीरेन्द्र कुमार बेनगानी द्वारा प्राप्त किया गया।

 

ईपीसीएच देश से विश्व के विभिन्न गंतव्य स्थलों तक हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए तथा हस्तशिल्प वस्तुओं तथा सेवाओं की उच्च गुणवत्ता के एक भरोसमंद आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की छवि प्रस्तुत करने के लिए एक नोडल एजेंसी है। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 25679.98 करोड़ रुपये ( 3459.75 मिलियन डॉलर) का रहा तथा अप्रैल-फरवरी 2021-22 अर्थात चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों के दौरान अनुमानित निर्यात 29626.96 करोड़ रुपये ( 3981.72 मिलियन डॉलर) का है।

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