श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने देश की अब तक की सबसे बड़ी क्विज प्रतियोगिता – सबका विकास महाक्विज का शुभारंभ किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के आदर्शों के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार समाज के गरीब और हाशिए के वर्गों के समग्र कल्याण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के माध्यम से देश के सभी नागरिकों की आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है। इनका उद्देश्य सबसे निचले हिस्से के अंतिम व्यक्ति की सेवा करना है। पिछले आठ वर्षों में, समाज के सबसे गरीब तबके के लिए सेवा को अंतिम छोर तक पहुंचाने के काम में काफी तेजी आई है। चाहे वह अभूतपूर्व संख्या में घरों का निर्माण (पीएम आवास योजना), पानी का कनेक्शन (जल जीवन मिशन), बैंक खाते खोलना (जन धन), किसानों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (पीएम किसान) या मुफ्त गैस कनेक्शन (उज्ज्वला) हों, इनसे गरीबों की आजीविका में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

 

सबका विकास महाक्विज सीरीज की शुरुआत

 

जैसा कि भारत अपनी आजादी के 75 साल, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, सरकार ने भागीदारी शासन तथा योजनाओं एवं कार्यक्रमों में नागरिकों के साथ जुड़ने के प्रयासों को तेज कर दिया है। अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाने के इस दृष्टिकोण के एक हिस्से के रूप में, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के तहत माय गॉव सबका विकास महाक्विज श्रृंखला का आयोजन कर रहा है, जो नागरिकों में जागरूकता पैदा करने के लिए लोकसंपर्क के प्रयास का हिस्सा है। प्रश्नोत्तरी का उद्देश्य प्रतिभागियों को विभिन्न योजनाओं तथा पहलों के साथ-साथ इन से लाभान्वित होने के बारे में जागरूक करना है। प्रश्नोत्तरी श्रृंखला में व्यापक भागीदारी से जमीनी स्तर पर सरकारी जुड़ाव और गहरा होगा। इस संदर्भ में, माय गॉव ने लोगों को इसमें भाग लेकर न्यू इंडिया के बारे में अपने ज्ञान को परखने के लिए आमंत्रित किया है।

 

14 अप्रैल, 2022 को प्रश्नोत्तरी श्रृंखला का शुभारंभ

 

यह प्रश्नोत्तरी 14 अप्रैल, 2022 को भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उपयुक्त रूप से शुरू की गई है। बाबासाहेब अम्बेडकर सामाजिक न्याय और अधिकारिता के प्रतीक हैं और सरकार समाज के गरीब, हाशिए वाले और कमजोर वर्गों की सेवा में उनके नक्शेकदम पर चल रही है।

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इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सभी भारतीयों से इस “विकास पर्व” में भाग लेने और नागरिक जुड़ाव को मजबूत करने के लिए कहा।

 

केंद्रीय राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने सबका विकास महाक्विज को सरकार की नागरिक भागीदारी वाली सबसे बड़ी पहलों में से एक बताया। राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार और शासन ने हर सरकारी कार्यक्रम में ईमानदारी, प्रभाव और सबका साथ, सबका विकास के दृष्टिकोण के संदर्भ में नए मानक स्थापित किए हैं। इन कार्यक्रमों का प्रभाव और पहुंच, विशेष रूप से गरीबों के लिए, परिवर्तनकारी रहा है। चूंकि अधिक से अधिक नागरिक इनसे प्रभावित हो रहे हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि हमारे सभी नागरिक इन योजनाओं से अवगत हों।

 

सरकार शासन को पुनर्परिभाषित करने की दिशा में अथक प्रयास कर रही है। सबका विकास महाक्विज नागरिकों को जोड़ने के उद्देश्य से सरकार की सबसे बड़ी पहलों में से एक है जो जागरूकता पैदा करती है और लोगों को जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित करती है।

 

इस पहल को शुरू करने के लिए 14 अप्रैल – डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर जी की जयंती से बेहतर दिन कोई नहीं हो सकता था। बाबासाहेब के समानता, न्याय और समावेशन के आदर्श – अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने की सरकार की प्रतिबद्धता और अंत्योदय के इसके दर्शन के लिए एक पथप्रदर्शक प्रकाशस्तंभ के रूप में कार्य करते हैं।”

 

पीएमजीकेएवाई पहली प्रश्नोत्तरी का विषय है

 

पहली प्रश्नोत्तरी उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएम-जीकेएवाई) एक गरीब-हितैषी योजना है, जिसका उद्देश्य कोविड-19 महामारी के कारण गरीबों के सामने आने वाली चुनौतियों को कम करना है। तात्कालिक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई गरीब या कमजोर व्यक्ति या परिवार भूखा न रहे। इस योजना के तहत, सभी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के लाभार्थी हर महीने 5 किलो मुफ्त अनाज के हकदार हैं। यह एनएफएसए लाभार्थियों को उपलब्ध अत्यधिक सब्सिडी वाले खाद्यान्नों के अतिरिक्त है।

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पीएमजीकेएवाई देश के गरीबों पर कोविड महामारी के प्रभावों का मुकाबला करने के लिए एक अनूठी योजना है। नतीजतन, योजना के तहत 1,000 लाख मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न पहले ही वितरित किया जा चुका है। इसका अनुमानित वित्तीय परिव्यय लगभग 3.4 लाख करोड़ रुपए है। जैसा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, “प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि कोई भी भूखा न सोए।”

 

यह योजना महामारी के दौरान अत्यधिक गरीबी को कम रखने में सफल रही है और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा तैयार किए गए एक वर्किंग पेपर में इसकी सराहना की गई है। वर्किंग पेपर के उल्लेख के अनुसार, “पूर्व-महामारी वर्ष 2019 में अत्यधिक गरीबी 0.8 प्रतिशत के स्तर तक नीचे थी, और खाद्य हस्तांतरण यह सुनिश्चित करने में सहायक था कि यह महामारी वर्ष 2020 में उस निम्न स्तर पर बना रहे।”

 

प्रश्नोत्तरी का विवरण

 

यह क्विज सबका विकास महाक्विज सीरीज का एक हिस्सा है, जिसमें विभिन्न विषयों पर अलग-अलग क्विज लॉन्च किए जाएंगे। पीएमजीकेएवाई प्रश्नोत्तरी 14 अप्रैल, 2022 को शुरू की गई है और यह 28 अप्रैल, 2022 को भारतीय समय के अनुसार रात 11:30 बजे तक लाइव रहेगी। यह एक समयबद्ध प्रश्नोत्तरी है जिसमें 20 प्रश्नों के उत्तर 300 सेकंड में दिए जाने हैं। प्रश्नोत्तरी 12 भाषाओं – अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल और तेलुगु में उपलब्ध होगी। प्रति क्विज अधिकतम 1,000 शीर्ष स्कोरिंग प्रतिभागियों का चयन विजेताओं के रूप में किया जाएगा। चयनित विजेताओं में से प्रत्येक को 2,000/- रुपये के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।

 

http://mygov.in/mahaquiz पर क्विज में भाग ले सकते हैं।

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