अकादमिक प्रकाशन कौशल को तराशने के लिए एक अल्पकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (1- 30 जून, 2022) का आयोजन

सीएसआईआर- राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (निस्पर) के अनुसंधान जर्नल डिविजन 1 जून से 30 जून, 2022 की अवधि के दौरान “एक अल्पावधि प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के माध्यम से अकादमिक प्रकाशन कौशल के संवर्द्धन” पर वृतिका अनुसंधान इंटर्नशिप आयोजित कर रहा है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अधीन विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) इस इंटर्नशिप को त्वरित विज्ञान वृतिका योजना के तहत प्रायोजित कर रहा है। इस उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत सीएसआईआर-निस्पर की निदेशक प्रो. रंजना अग्रवाल के नेतृत्व में दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ हुई।

सीएसआईआर-निस्पर की निदेशक प्रो. रंजना अग्रवाल ने अपने उद्घाटन भाषण में इस बात पर जोर दिया कि वैज्ञानिक संचार एक शोधकर्ता के लिए जीवन रेखा है। उन्होंने कहा कि यह इंटर्नशिप कार्यक्रम प्रतिभागियों को विद्वानों और लोकप्रिय विज्ञान लेखन के बारे में जानने का अवसर देगा। इसके अलावा उन्होंने वैज्ञानिक संचार परिदृश्य में तेजी से हो रहे बदलावों को भी रेखांकित किया।

 

 

 

सीएसआईआर-निस्पर में मुख्य वैज्ञानिक, जिज्ञासा व आरएचएमडी के प्रमुख और इंडियन जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी (आईजेईबी) के संपादक श्री आर. एस. जायासोमु ने अपने संबोधन में कहा कि करियर की शुरुआत में ही शोध पत्र लेखन की कला और विज्ञान सीखना युवा शोधकर्ताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि वैज्ञानिक प्रकाशन प्रक्रिया में कई चुनौतियां हैं और इसका उल्लेख किया कि केवल कुछ मुट्ठी भर ही भारतीय प्रकाशन हैं।

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वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक और शोध पत्रिका विभाग के प्रमुख डॉ. जी महेश ने कहा कि सीएसआईआर- निस्पर इंटर्नशिप आयोजित करने के लिए सही वातावरण प्रदान करता है, जहां सभी संसाधन एक छत के नीचे उपलब्ध हैं।

वरिष्ठ वैज्ञानिक, इंडियन जर्नल ऑफ बायोकेमेस्ट्री एंड बायोफिजिक्स (आईजेबीबी) की वैज्ञानिक संपादक व वर्तिका अनुसंधान इंटर्नशिप की समन्वयक डॉ. एन. के. प्रसन्ना ने परिचयात्मक भाषण दिया और इस कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वृतिका रिसर्च इंटर्नशिप का उद्देश्य नवोदित शोधकर्ताओं के बीच वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना और उन्हें आगे बढ़ाना है। इसके अलावा उन्हें अनुसंधान संचार में बुनियादी कौशल प्राप्त करने के लिए तैयार करना और एक ऐतिहासिक परंपरा वाले इस महान राष्ट्र का ‘सूचनायुक्त नागरिक’ होने के चलते एक ‘गर्व की भावना’ प्राप्त करना है।

 

इस अनुसंधान इंटर्नशिप में ऑफलाइन माध्यम से विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से पीजी व पीएचडी दोनों पाठ्यक्रमों के 5 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस इंटर्नशिप के तहत प्रतिभागियों को अनुसंधान डेटा को अनुक्रमित प्रकाशन में परिवर्तित करने पर आवश्यक ज्ञान, शोध पांडुलिपियों की तैयारी से लेकर प्रकाशन तक के प्रसंस्करण के लिए एक्सपोजर, कॉपी संपादन से संबंधित तकनीकों के बारे में जानकारी, शोध पत्र व साहित्य सारांश लिखना और वैज्ञानिक व इंजीनियरिंग अनुसंधान में एक मजबूत रुचि को बढ़ावा देने के साथ-साथ इस क्षेत्र में तकनीकी अंतर्दृष्टि प्रदान की जाएगी।

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सीएसआईआर- राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (निस्पर) भारत की एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक प्रकाशन संस्थान है। यह विभिन्न क्षेत्रों में कई कार्यशालाओं, इंटर्नशिप और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करके युवा शोधकर्ताओं के प्रशिक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

पूरे महीने संचालित होने वाले इस गहन इंटर्नशिप कार्यक्रम में सीएसआईआर- निस्पर वैज्ञानिकों, संपादकों और विज्ञान संचारकों के साथ व्याख्यान, प्रयोग, प्रयोगशाला के दौरे और नियमित संवादात्मक सत्र आयोजित होने हैं। यह उम्मीद की जाती है कि कार्यक्रम के अंत तक छात्र नवीनतम वैज्ञानिक प्रकाशन विधियों और सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों के साथ पर्याप्त रूप से कुशलता प्राप्त करेंगे, जिससे लंबे समय तक अपने शोध करियर में लाभान्वित होंगे।

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