Indian Railways : फाटक खुला होने से 15 मिनट खड़ी रही राजधानी, गेटमैन निलंबित, सीआरबी आने से पहले गड़बड़ी

Indian Railways : फाटक खुला होने से 15 मिनट खड़ी रही राजधानी, गेटमैन निलंबित, सीआरबी आने से पहले गड़बड़ी

Kota Rail News :  कोटा-सवाईमाधोपुर रेल खंड स्थित कापरेन-अरनेठा के बीच मंगलवार रात फाटक खुला होने से दिल्ली-मुंबई राजधानी (12952) करीब 15 मिनट तक मौके पर खड़ी रही। मामले में प्रशासन ने गेटमैन लक्ष्मी नारायण मीणा को निलंबित कर दिया है। प्रशासन द्वारा मामले की जांच करवाई जा रही है। गौरतलब है कि रेलवे बोर्ड अध्यक्ष (सीआरबी) विनय कुमार त्रिपाठी के 30 जुलाई के कोटा आने से पहले यह गंभीर गड़बड़ी सामने आई है।
सूत्रों ने बताया कि गेट खुला होने के चलते सिग्नल लाल थे। इस पर रात करीब 9 बजे मौके पर पहुंची राजधानी ट्रेन को चालक ने रोक दिया। इसके बाद धीमी रफ्तार से आगे बढ़ने पर चालक को गेट खुला नजर आया। इस पर चालक में अरनेठा स्टेशन मास्टर और कोटा कंट्रोल रूम को मामले की जानकारी दी। ट्रेन करीब 15 मिनट मौके पर खड़ी रहने के दौरान कई यात्रियों ने भी मामले की शिकायत कोटा मंडल और रेलवे बोर्ड अधिकारियों को कर दी। शिकायत के बाद विभिन्न विभागों के सुपरवाइजर और कर्मचारी रात में ही मौके पर पहुंच गए। जैसे तैसे कर राजधानी ट्रेन को मौके से रवाना किया गया श। इसके पीछे चल रही निजामुद्दीन-बांद्रा अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस (12954) को भी क्वेश्चन ऑर्डर देकर निकाला गया।
रात भर चला काम
सूत्रों ने बताया कि इस गेट को पहले बंद कर दिया गया था। कुछ देर बाद इसे जबरन ऊंचा करने का प्रयास किया गया। बाद में स्लाइड गेट को भी लगाने का प्रयास किया गया। इसके चलते दोनों गेटों की स्थिति अलग-अलग हो गई। इस गड़बड़ी के चलते गेट ने काम करना बंद कर दिया। गेट नं तो सही तरीके से खुल पा रहे थे और न ही बंद हो रहे थे। गेट की गड़बड़ी के चलते सिग्नल व्यवस्था भी ठप हो गई। पर पहुंचे सुपरवाइजर कर्मचारी बुधवार सुबह 4 बजे तक इस गड़बड़ी को ठीक करते रहे। इस दौरान ट्रेनों को क्वेश्चन ऑर्डर देकर और मैनुअल तरीके से पास किया जाता रहा।
मामले की जांच जारी
बताया कि घटना के सही कारणों का फिलहाल पता नहीं चला है। मामले की जांच जारी है। घटना के समय गेटमैन लक्ष्मीनारायण मौके पर मौजूद था। इसके चलते प्रथम दृष्टया गलती मानते हुए लक्ष्मीनारायण को निलंबित किया गया है। गेट पर ड्यूटी के दौरान लक्ष्मीनारायण पर पहले भी लापरवाही के आरोप हैं।
पहले भी खड़ी रह चुकी है अगस्त क्रांति
ने बताया कि गेट की खराबी के चलते राजधानी के खड़ी होने की यह पहली घटना नहीं है। करीब चार-पांच महीने पहले भी कापरेन और घाट का बराना के बीच गेट की गड़बड़ी के चलते निजामुद्दीन-बांद्रा अगस्त क्रांति एक्सप्रेस खड़ी हो गई थी।