रेलवे वर्कशॉप ने एक महीने में तैयार किए 655 वैगन, 60 साल में सबसे ज्यादा

रेलवे वर्कशॉप ने एक महीने में तैयार किए 655 वैगन, 60 साल में सबसे ज्यादा
कोटा।  रेलवे माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) ने जून में 655 वैगन तैयार किए हैं। यह सख्या पिछले 60 साल में सबसे ज्यादा है। यह उपलब्धि इस मायने में खास है की वर्कशॉप ने कोरोना काल यह रिकॉर्ड बनाया है। कोरोना के चलते वर्कशॉप को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी। इसके अलावा कोरोना के चलते कई कर्मचारी बीमार भी रहे। वर्कशॉप मांग के मुकाबले 65 प्रतिशत ऑक्सीजन ही मिल रही थी। कर्मचारियों ने प्लाज्मा आर्क, कटिंग मशीनों, कटिंग इलेक्ट्रोड तथा एलपीजी टॉर्च से ऑक्सीजन की कमी को पूरा करते हुए यह रिकॉर्ड बनाने में विशेष सहयोग किया।
322 टैंक वैगन किए तैयार
अधिकारियों ने बताया कि तैयार 655 में से 322 टैंक वैगन थे। यह किसी भी एक महीने में इस श्रेणी में निकाले गए अधिकतम बैगन थे। इसके चलते पेट्रोलियम पदार्थ और एलपीजी सप्लाई में बाधा नहीं आई। इसके अलावा विभागीय (बॉबी-एन ) 59 वैगन ओवरहाल किए गए। इसके चलते रेलवे को मानसून में किए जाने वाले अनुरक्षण एवं रेल सामग्री को भंडारण करने में काफी मदद मिलेगी।
इनका रहा सहयोग
मुख्य कारखाना प्रबंधक मनीष कुमार गुप्ता के विशेष निर्देशन में बने इस रिकॉर्ड में उप यांत्रिक अभियंता के इंजीनियर सोहन सिंह परमार, सहायक कारखाना प्रबंधक विशाल कुमार गुप्ता, पर्यवेक्षक बजरंग लाल मीणा, संजय दाधीच और प्रद्युमन आदि सुपरवाइजर और कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।
इस उपलब्धि पर प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर आरएस सक्सेना तथा मुख्य कारखाना इंजीनियर एसके जैन ने अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना की है।
80 प्रतिशत को लगी वैक्सीन
अधिकारियों ने बताया कि कारखाने में कार्यरत करीब 2300 में से 80 प्रतिशत कर्मचारियों को वैक्सिंग लग चुकी है। इसके अलावा कोरोना से बचाव के लिए कारखाने में कर्मचारियों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। हाइपो सेनीटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है। कर्मचारियों को हैंड सैनिटाइजर और फेस मार्क्स दिए जा रहे हैं।