Rajasthan: डोटासरा ने तो कहा था, कांग्रेस की सरकार बनने पर आरएसएस का नामोनिशान मिटा देंगे।....
Rajasthan: डोटासरा ने तो कहा था, कांग्रेस की सरकार बनने पर आरएसएस का नामोनिशान मिटा देंगे।....

Rajasthan: डोटासरा ने तो कहा था, कांग्रेस की सरकार बनने पर आरएसएस का नामोनिशान मिटा देंगे।….

डोटासरा ने तो कहा था, कांग्रेस की सरकार बनने पर आरएसएस का नामोनिशान मिटा देंगे।
लेकिन अब डोटासरा को राजस्थान की सरकारी स्कूल आरएसएस की पाठशाला बनती नजर आ रही है।
कांग्रेस अब सूर्य नमस्कार को भी भाजपा की पहचान बनाने में जुटी है।
ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर निकली तिरंगा रैली।
गजानन महतपुरकर ने रामलला पर गीत लिखा।
=============
हाल ही के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि इस बार राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने पर आरएसएस का नामोनिशान मिटा देंगे। आरएसएस के कार्यकर्ता ढूंढने पर भी नजर नहीं आएंगे। लेकिन अब इन्हीं डोटासरा को प्रदेश की सरकारी स्कूलें आरएसएस की पाठशाला बनती नजर आ रही है। 24 जनवरी को विधानसभा में जब भाजपा सरकार के स्कूली शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आगामी 15 फरवरी को सभी स्कूलों में सूर्य नमस्कार करवाने की घोषणा की तो डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार स्कूलों को आरएसएस की पाठशाला बनाना चाहती है। जो डोटासरा दो माह पहले आरएसएस का नामोनिशान मिटाने की बात कह रहे थे, वहीं डोटासरा अब आरएसएस को सबसे अधिक ताकतवर मान रहे हैं।
भाजपा की पहचान:
कांग्रेस ने अपनी अविवेक पूर्ण नीति से अयोध्या में राम मंदिर को मोदी और भाजपा की पहचान बना दिया, उसी प्रकार कांग्रेस अब सूर्य नमस्कार को भाजपा की पहचान बनाने में जुट गई है। जबकि सूर्य नमस्कार योग की एक क्रिया है। चिकित्सकों का भी मानना है कि प्रतिदिन सूर्य नमस्कार वाला योग करने से शरीर निरोगी रहता है। कांग्रेस और डोटासरा माने या नहीं, लेकिन अब अधिकांश चिकित्सक मरीजों को प्रतिदिन योग करने की सलाह दवाई वाली पर्ची पर लिखकर देते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि रोग के निदान में दवाई से ज्यादा योग का असर होता है। ऐसे में सूर्य नमस्कार की क्रिया को किसी धर्म या दल से जोड़ना गलत है। यदि स्कूलों में विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार करवाया जाता है तो इस एतराज की कोई बात नहीं है। विद्यार्थी स्कूल की प्रार्थना सभा में पांच मिनट सूर्य नमस्कार की क्रिया को करेंगे तो उनकी पढ़ाई भी अच्छी होगी। सूर्य नमस्कार की वजह से विद्यार्थी कई बुराइयों से बचे रहेंगे। सूर्य नमस्कार के महत्व को ध्यान में रखते हुए ही शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि स्कूलों में जो शारीरिक शिक्षक हैं, उन्हें सूर्य नमस्कार के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 15 फरवरी को एक साथ एक करोड़ से ज्यादा विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार करवा कर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा। स्कूलों की प्रार्थना सभाओं में सूर्य नमस्कार नियमित हो इस पर भी जल्द निर्णय लिया जाएगा।
तिरंगा रैली:
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले 25 जनवरी को अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर तिरंगा रैली निकाली गई। रैली के संयोजक नवाब हिदायतुल्ला और हाजी मोहम्मद महमूद खान ने बताया कि यह रैली गत 12 वर्षों से लगातार निकाली जा रही हे। रैली के दौरान दरगाह के बाहर दुकानदार और दरगाह में जियारत के लिए आए जायरीन को तिरंगे झंडे वितरित किए। रैली में बड़ी संख्या में हिंदू मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि और मदरसे के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सभी ने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। उन्होंने बताया कि दरगाह में सभी धर्मों के लिए जियारत के लिए आते हैं। इसलिए देश में ख्वाजा साहब की दरगाह को साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल माना जाता है। देशभक्ति और भाईचारे की इस भावना से ही तिरंगा रैली निकाली जाती है। इस रैली के आयोजन के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9413383786 पर नवाब हिदायतुल्ला से ली जा सकती है।
रामलला पर गीत:
अजमेर में लंबे समय तक पत्रकारिता और फिर रेल मंडल कार्यालय में जनसंपर्क अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे गजानन महतपुरकर ने अयोध्या में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर श्री राम मंगलगान लिखा है। महतपुरकर ने बताया कि उनके द्वारा लिखा गया यह मंगलगान नीलाक्षी एंटरटेनमेंट एवं प्रिटोग्राफी सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड मुंबई द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित किया गया है। लगभग पांच मिनट की अवधि वाले इस मधुरिम मंगलगान वीडियो को हिंदी जगत के नामचीन संगीतकार सरोज सुमन और मशहूर बॉलीवुड गायिका सुश्री सुर्वाणा तिवारी ने सुरों से सजाया है। यह उल्लेखनीय है कि महतपुरकर मुंबई स्थित रेल मुख्यालय में वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। मौजूदा समय में महतपुरकर महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के सदस्य हैं। महतपुरकर के म्यूजिक वीडियो का लोकार्पण साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने किया। महतपुरकर ने बताया कि रामलला को लेकर तैयार किया गया यह म्यूजिक वीडियो युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक होगा। इससे हमारी सनातन संस्कृति को और अधिक समझने का अवसर मिलेगा। इस वीडियो के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर मोबाइल नंबर 8369957684 पर गजानन महतपुरकर से ली जा सकती है।
S.P.MITTAL