डेंगू की रोकथाम के लिए 20 हजार से ज्यादा लोगों के प्रतिदिन लिए जा रहे हैं सैंपल चिकित्सा सचिव ने मौसमी बीमारियों और डेंगू से बचाव के लिए ली समीक्षा बैठक

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डेंगू की रोकथाम के लिए 20 हजार से ज्यादा लोगों के प्रतिदिन लिए जा रहे हैं सैंपलचिकित्सा सचिव ने मौसमी बीमारियों और डेंगू से बचाव के लिए ली समीक्षा बैठक  जयपुर, 13 नवंबर। चिकित्सा सचिव श्री वैभव गालरिया ने बताया कि प्रदेश में डेंगू समेत मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए 20 हजार से ज्यादा लोगों के प्रतिदिन सैंपल लिए जा रहे हैं। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को अधिक से अधिक सैंपल लेने के निर्देश दिए।  चिकित्सा सचिव शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी सीएमएचओ,पीएमओ व संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डेंगू पर नियंत्रण के लिए अधिक से अधिक सैंपल लेकर उनकी जांच करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि डेंगू रोगी की पहचान होने पर रोगी से राज्य स्तरीय टीम द्वारा फोन कर आसपास के क्षेत्र में डेंगू रोधी गतिविधियों के संचालन का भी फीडबैक लिया जा रहा है। संबंधित क्षेत्र में गतिविधियां नहीं होने पर स्थानीय एंजेसियों से सुनिश्चित भी करवाया जा रहा है।   श्री गालरिया ने अधिकारियों को डेंगू पॉजिटिव मरीजों के घर पर सर्विलांस के दौरान सर्वे दलों को सेल्फी खींचकर भेजने, पॉजिटिव मरीजों के रजिस्टर्ड नंबर पर रैंडम फोन कर फीडबैक लेने व अधिकारियों को सर्वे दलों की एक्टिविटी के बारे में फीडबैक लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूरा विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर काम कर रहा है, मौसमी बीमारियों सहित डेंगू को नियंत्रित करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।  चिकित्सा सचिव श्री वैभव गालरिया ने सर्वे दल को न्यूनतम 50 घरों का सर्वे करने, प्रत्येक डेंगू रोगी के आस-पास के 50 घरों का सर्वे करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आईएचआईपी  पोर्टल पर मौसमी बीमारियों (डेंगू, चिकनगुनियां, मलेरियां इत्यादि) की रिपोर्टिग सुनिश्चित करने, घर-घर सर्वे एप पर शेष आशा एवं एएनएम का पंजीकरण एवं सर्वे कार्य की रिपोर्टिग करने के भी निर्देश दिए।  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मिशन निदेशक श्री सुधीर कुमार शर्मा, निदेशक आईईसी व अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम श्री मेघराज सिंह रतनू, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. के.के.शर्मा, अतिरिक्त निदेशक डॉ.अशोक परमार, डॉ.रवि शर्मा सहित समस्त स्टेट नोडल ऑफिसर व चिकित्सा विभाग के समस्त संयुक्त संभाग निदेशक, सीएमएचओ, बीसीएमओ एवं अन्य चिकित्साअधिकारीगण मौजूद रहे।