मंडी में लैब की तरफ से सरसो की गुणवत्ता परखने में बरती जा रही कथित धांधली ब व्यापारियों द्वारा उनकी उपज की पूरी कीमत नही देने के आरोप

भरतपुर। राजस्थान में भरतपुर की सरसो मंडी में लैब की तरफ से सरसो की गुणवत्ता परखने में बरती जा रही कथित धांधली ब व्यापारियों द्वारा उनकी उपज की पूरी कीमत नही देने के आरोपो को लेकर किसानों द्वारा किये गए हंगामे के बाद व्यबस्थाओ में सुधार के निर्देशों के साथ किसानों को इस बात के लिए आश्वस्त किया गया है कि मंडी में उन्हें किसी भी तरह से शोषण का शिकार नही होने दिया जाएगा। राजस्थान के चिकित्सा राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने बताया कि किसानों के हंगामे के बाद उन्होंने मोके पर पहुच मामले का जायजा लेने के बाद मंडी समिति प्रशासन को ये निर्देश दिए है कि आगे से मंडी में कृषि उपज की बोली के समय मंडी सचिब ब एक कर्मचारी की उपस्थिति सुनिश्चित की जाबे। गर्ग के अनुसार शनिवार को मंडी में सरसो की बोली में इजाफा करके किसानों के बीच अशांति पैदा कर घर जा छुपे व्यापारी को मंडी समिति द्वारा नोटिस दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि मंडी में तिलम संघ की पुरानी तकनीक आधारित लैब में सरसों की गुणवत्ता को लेकर कई तरह की खामियों से किसानों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है जिसकी बजह से लैब संचालको को कहा गया है कि बे या तो लैब को आधुनिक तकनीक से संचालित करे या फिर लैब को बंद कर दे। गर्ग ने बताया कि मंडी में आधुनिक तकनीक से लैस सरकारी लैब की विश्वसनीयता की बजह से पूरे जिले से किसान यहां आकर अपनी उपज की टेस्टिंग करा भरपूर लाभ ले रहे है।

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सरसो मंडी में किसानों के हंगामे के बाद मौके पर किसानों के बीच पहुचे पूर्व केबिनेट मंत्री एवं डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह का कहना है कि भरतपुर सरसो मंडी में संचालित लैब में गड़बड़ी मिली है साथ ही किसानों को शनिवार को उनकी उपज की जो कीमत दी जा रही थी वह भी गलत थी।

किसानों की शिकायत पर जब खुद उन्होंने सरसो की एक ही ढेरी में से तीन नमूने लेकर तीन अलग अलग लोगो को जाँच के लिए लैब में भेजा तो लैब ने तीनों की अलग अलग रिपोर्ट दी जो कि गलत बात है। सिंह ने बताया कि शनिवार को किसानों को उनकी सरसो की उपज के मंडी में 5385/- के भाव खुलने के बाद भी व्यापारियों की तरफ से 5300/- रुपये के भुगतान की गलती को मंडी ब प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वीकार कर आगे से ऐसी गलती नही करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि किसानों की सरसो तुलाई के समय काटी जा रही 100 ग्राम की छीजत को भी बंद करने के लिए कहा गया है। विश्वेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्होंने मंडी समिति को सख्त हिदायत दी है कि भरतपुर ब कुम्हेर की मंडियों में सरसों खरीद के अलग अलग भाव नही होने चाहिए। गौरतलब है कि भरतपुर सरसो मंडी के साथ साथ शनिवार को सरसों के भावों में अंतर को लेकर किसानों ने प्रदर्शन करते हुए कुम्हेर में भी जाम लगा दिया जिसे सिंह ने किसानों के साथ बातचीत ब समझाइस के बाद खुलबा दिया।