प्रारम्भिक शिक्षा गतिविधि आधारित वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित

प्रारम्भिक शिक्षा गतिविधि आधारित वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित
सवाई माधोपुर 3 जुलाई। विद्या भारती, राजस्थान द्वारा पांच-दिवसीय प्रारम्भिक शिक्षा गतिविधि आधारित वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन 28 जून से 2 जुलाई तक किया गया। जिसमें 111 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।
जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख महेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्घाटन क्षेत्रीय संगठन मन्त्री शिवप्रसाद ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस उद्घाटन सत्र में मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रमुख देवकीनंदन चैरसिया ने कहा कि शिक्षक को अपने अनुभव बालकों पर नहीं थोपकर अपितु उन्हें अनुभव कराकर शिक्षा देनी चाहिए। कार्यशाला के इसी क्रम में राजस्थान के क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रमुख राममनोहर शर्मा ने बताया कि हमारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पेड़ालोजी में भारत केन्द्रित शिक्षा है। जिसमें शिक्षक की भूमिका मोटिवेटर के रूप में बताई गई है। विद्या भारती ई पाठशाला के निदेशक राकेश कुमार ने संचार प्रौद्योगिकी समेकित शिक्षण के बारे में जानकारी दी। क्षेत्रीय अध्यक्ष भरतलाल ने कहा कि सौंदर्य वस्तु में नहीं देखने वाले के दृष्टिकोण में होता है। दिलीप बेतकेकर ने कहा कि ठंड़े लोहे पर हजारों हथोड़े मारने पर भी उसे हम अपने अनुसार शेप में नहीं ढ़ाल सकते उसी प्रकार बिना वातावरण तैयार किए हमारे द्वारा शिक्षण का अधिगम बालक के मस्तिष्क में नहीं किया जा सकता है। विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री अवनीश भटनागर ने कहा कि शिक्षक को पूर्वाग्रह से रहित होकर बालक को शिक्षा देनी चाहिए। क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवप्रसाद ने कहा कि प्रशिक्षण के तीन आयामों में से तीसरा आयाम आईसीटी कोरोनाकाल में संजीवनी साबित हो रहा है। कार्यशाला का समापन से पूर्व क्षेत्रीय मंत्री प्रमेन्द्र दशोरा ने सभी प्रशिक्षण प्रदान करने वाले शिक्षाविदों का आभार प्रकट किया। तत्पश्चात वन्दे मातरम् गीत के साथ कार्यशाला का समापन हुआ। इस कार्यशाला में प्रान्त सचिव अशोक पारीक, नवीन झा, गंगा विष्णु, गोपाल पारीक, चन्दन सिंह, मिश्रीलाल, राजकुमार बंसल, ओमप्रकाश शर्मा, आईसीटी प्रमुख दिव्या गुप्ता, संयोजक नवीन सैनी आदि उपस्थित थे।