Sawai Madhopur : 4 जिलों के 1096 गांवों के लिए वरदान बनेगा ईसरदा कॉपर डेम।

Sawai Madhopur : 4 जिलों के 1096 गांवों के लिए वरदान बनेगा ईसरदा कॉपर

 डेम।

सवाई माधोपुर जिले में बनास नदी पर 2004 से ईसरदा बांध का निर्माण कार्य चल रहा है । ईसरदा बांध 4 जिलों के 1096 गांवों के लिए वरदान साबित होगा। सवाई माधोपुर जिले के कई गांव भी इस बांध से लाभान्वित हो सकेंगे।
सवाई माधोपुर जिले की सीमा पर 1038 करोड रुपए की लागत से ईसरदा कोपर डेम का निर्माण कार्य लगातार चल रहा है । जिसकी लागत पर अब तक 696 करोड रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है, 2004 में इस बांध की नींव रखी गई थी। 31 में से 28 ब्लॉक के फाउंडेशन से लेकर गेट तक का काम अब तक पूर्ण हो चुका है। लगभग 40 फ़ीसदी काम पूर्णता पर है ।उम्मीद यह भी की जा रही है कि 2023 में यह कार्य संपूर्ण हो जाएगा। उसके पश्चात चार जिलों के लिए यह ईसरदा डैम वरदान साबित होगा।
अगले साल तक बांध में करीब 4 टीएमसी पानी रोक लिया जाएगा। जिसके तहत दोसा सवाई माधोपुर अलवर बस जयपुर के गांवो को पानी मिल सकेगा । लेकिन ईसरदा से सटे बरवाड़ा कस्बे को पानी नहीं मिल सकेगा। ईसरदा बांध का जलस्तर 262. 80 आर एल मीटर होगा तथा 10 . 77 टीएमसी पानी की भराव क्षमता होगी। बांध की पक्की लंबाई 592 मीटर तथा कच्ची लंबाई 3 किलोमीटर होगी ।
ईसरदा बांध से केवल पीने का पानी ही उपलब्ध कराया जा सकेगा। फिलहाल इस बांध से कृषि के लिए पानी उपलब्ध नहीं करवाया जा सकेगा । ईसरदा कोपर डेम बनाने के लिए 12 गांव का विस्थापन भी किया गया जिनमें टोंक जिले के 8 गांव तथा सवाई माधोपुर जिले के 4 गांव शामिल है , 2023 में बांध के निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के उपरांत 2024 में अलवर व जयपुर के कई इलाकों में इस बांध से पेयजल आपूर्ति होना शुरू हो जाएगी । पेयजल आपूर्ति के क्षेत्र में आने वाले समय में यह बांध लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।