केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने भारत स्वस्थ महोत्सव को संबोधित किया

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज भारत स्वस्थ महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा, “पुरस्कार विजेता को मिलता है, सम्मान उनको मिलता है जो देश के लिए जीते हैं।” इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार भी उपस्थित रहीं। यह कार्यक्रम स्वतंत्रता के बाद से अभी तक भारत में ‘पद्म पुरस्कार’ विजेता डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हासिल उपलब्धियों और उनके योगदान का जश्न मनाने के लिए आयोजित किया गया था। इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारतीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सीईओ डॉ. आर एस शर्मा भी उपस्थित रहे।

‘पद्म डॉक्टर्स कॉन्ग्रिगेशन’ यानी पद्म डॉक्टरों के समूह को स्वतंत्रता के बाद भारत में स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए हेल्थकेयर चेंज मेकर पद्म डॉक्टरों की पहचान करने, जश्न मनाने और सम्मानित करने के लिए तैयार किया गया है।

 

 

अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य क्षेत्र के पेशेवरों की सराहना करते हुए, डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा, “कोविड-19 के मुश्किल दौर में स्वास्थ्य पेशेवरों की भूमिका खासी अहम रही है। इस चुनौतीपूर्ण दौर में डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता मानव समुदाय के इतिहास में ऐतिहासिक है। वे असली नायक हैं, जिन्होंने कोविड-19 के दौर में मरीजों की सेवा और रक्षा के लिए अपने स्वास्थ्य और जिंदगियों को जोखिम में डाल दिया। राष्ट्र उनका हमेशा ऋणी रहेगा। सभी स्वास्थ्य पेशेवरों का अंशदान अनमोल है।”

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पुरस्कार के महत्व पर जोर देते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले सभी लोगों ने संकल्पता से लेकर दक्षता हासिल करने तक लगातार प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भारत की शोध क्षमताओं को समझा और भारत ने कोविड टीकों का उत्पादन शुरू कर दिया।” अपनी जड़ों पर गर्व करने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी के पंच मंत्र के महत्व पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा कि देश में श्रम शक्ति और प्रतिभा की कभी कमी नहीं रही। उन्होंने कहा, “हम सभी के सामूहिक प्रयासों के साथ, हम मिलकर भारत को दुनिया में सबसे आगे ले जा सकते हैं और इस सदी में वैश्विक स्वास्थ्य का एक प्रतीक बना सकते हैं।”

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सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए, डॉ. भारती प्रवीण पवार ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त मार्गदर्शन में, पद्म पुरस्कार विजेताओं के चयन की प्रक्रिया खासी बदल गई है और अब आम लोगों को सम्मान मिल रहा है। अब नामांकन प्रक्रिया में नामांकित व्यक्ति के नाम पर नहीं, बल्कि उसके काम पर जोर दिया जा रहा है।” उन्होंने सभी से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने और भारत को स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी बनाने में योगदान करने के लिए अपनी क्षमता और सामर्थ्य बढ़ाने रहने का अनुरोध किया।

 

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