कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग का ‘स्वच्छता पर विशेष अभियान 2.0 और सरकार में लंबित मामले कम करने’ पर विशेष ध्यान

भारत सरकार ने “स्वच्छता और सरकार के लंबित कार्यों को कम करने” पर ध्यान देने के साथ 2 से 31 अक्टूबर, 2022 तक विशेष अभियान 2.0 की घोषणा की।

विशेष अभियान के दौरान, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई) तथा इसके स्वायत्तशासी निकाय अर्थात भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा विभिन्न गतिविधियाँ की गईं। आईसीएआर के देश भर में 113 संस्थान और 700 से अधिक कृषि विज्ञान केन्‍द्र (केवीके) हैं। इस विशेष अभियान के दौरान डीएआरई/आईसीएआर के फील्ड/बाहरी कार्यालयों पर ध्यान दिया गया।

 

कृषि विज्ञान केन्‍द्र (केवीके), रंगा रेड्डी जिला, तेलंगाना

श्री वी. श्रीनिवास, आईएएस, सचिव, डीएआरपीजी, भारत सरकार द्वारा समीक्षा

कृषि विज्ञान केन्‍द्रों (केवीके) ने विषयगत क्षेत्रों जैसे वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग करके माइक्रोबियल आधारित कृषि अपशिष्ट प्रबंधन के लिए गांवों को गोद लेना; स्वच्छता के बारे में जागरूकता कार्यक्रम; फसल अवशेष प्रबंधन; कचरा और धन पर टेक्‍नोलॉजी का प्रदर्शन; किसानों के साथ गांव की सफाई का कार्यक्रम; स्कूली बच्चों का विभिन्‍न विषयों जैसे स्‍वास्‍थ्‍य विज्ञान, स्वच्छता, सफाई, कार्यालयों और परिसर की सफाई और कबाड़ के निपटान आदि में अभिविन्‍यास शामिल है।

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केवीके भरारी, झांसी – स्वच्छता की शपथ लेना

इस माह के विशेष अभियान की प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं:-

·         केवीके ने 38,000 से अधिक प्रतिभागियों की भागीदारी के साथ “कृमि खाद प्रौद्योगिकी का उपयोग कर कृषि अपशिष्ट प्रबंधन” को बढ़ावा देने के लिए 1,200 से अधिक गांवों को अपनाया। 

केवीके, नमक्कल – वर्मीकम्पोस्टिंग का उपयोग करके फसल अवशेषों के पुनर्चक्रण पर प्रशिक्षण

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केवीके अंबाला – वर्मी कंपोस्टिंग पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

·         स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम में 91,000 से अधिक व्यक्तियों की भागीदारी।

·         केवीके द्वारा 35,000 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल कर “फसल अवशेष प्रबंधन” से संबंधित लगभग 980 गतिविधियों का संचालन किया गया, जिसमें लगभग 28000 किसान शामिल थे।

·         कृषि विज्ञान केन्द्रों ने कचरे से धन पर प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन के लिए लगभग 960 गतिविधियों का आयोजन किया। इन गतिविधियों में 22,000 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया।

·         गांवों की सफाई का कार्य 1800 से अधिक गांवों में 38,000 से अधिक प्रतिभागियों की भागीदारी के साथ शुरू किया गया, जिसमें स्कूली बच्चे, किसान और समाज के अन्य सदस्य शामिल हैं।

केवीके कामरूप – स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम

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SNC/MS