भरतपुर में आरबीएम अस्पताल के पास सड़क पार करने के लिए खड़े दो नाबालिग बच्चों के साथ मथुरा गेट थाने पर तैनात दो पुलिसकर्मियों द्वारा बेरहमी से मारपीट करने का मामला। पुलिसकर्मियों की इस बेरहमी का शिकार कक्षा 10 में पढ़ने बाले 14 साल के सागर सैनी की बिंगड़ी तबियत। शहर के एक निजी नर्सिंगहोम में भर्ती सागर सैनी के पेट मे चोट आने की बजह से डाक्टरों को करना पड़ेगा उसका आपरेशन। बच्चे की माँ सावित्री सैनी की तरफ से पुलिस के आलाअधिकारियों से न्याय की गुहार के बाद भी आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभी अमल में नही लाई गई है कोई कार्यवाही। मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि उन्होंने इसकी जाँच का काम सौपा है सीओ सिटी को। जाँच रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी कार्यवाही। गौरतलब है कि सागर सैनी व उसका दोस्त राहुल सोमवार को कंपनी बाग़ ग्राउंड से क्रिकेट खेल कर शाम करीब 5 बजे लौट रहे थे अपने घर और आरबीएम अस्पताल के पास रोड क्रॉस करने के लिए खड़े थे। बताया गया कि तभी पीछे से एक लाल रंग की गाड़ी आई और उसने दोनों बच्चों को हटने के लिए हॉर्न बजाया। दोनों बच्चों ने हॉर्न नहीं सुना। इस पर गाड़ी में बैठे दोनों पुलिसकर्मियों इस कदर आग बबूला हुए कि दोनों बच्चों की बुरी तरह लात घूंसों से पिटाई कर वहां से चले गए।