दिव्यांगजनों, वृद्धों और बच्चों को रेलवे प्लेटफॉर्म पर आवाजाही में आसानी प्रदान करने के लिए ‘सुगम्य भारत अभियान’ के एक हिस्से के रूप में, भारतीय रेल देश भर के रेलवे स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर स्थापित करने में जुटा है। अब तक 497 स्टेशनों में लिफ्ट या एस्केलेटर उपलब्ध कराए गए हैं।
एस्केलेटर:- नीति के अनुसार, आम तौर पर रेलवे द्वारा राज्यों की राजधानियों, 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों या प्रतिदिन 25000 से अधिक फुटफॉल वाले स्टेशनों पर एस्केलेटर स्थापित किए जा रहे हैं।
अगस्त 2022 तक अब तक 339 स्टेशनों पर 1090 एस्केलेटर उपलब्ध कराए जा चुके हैं। एस्केलेटर के प्रावधान की वर्षवार विवरण निम्नानुसार है:-
वर्ष
मार्च 2019 तक
2019-20
2020-21
2021-22
2022-23 अगस्त तक
स्थापित एस्केलेटर की सं.
656
86
120
182 + 10 (आरईपी.)
45 + 8 (आरईपी.)
लिफ्ट:- नीति के अनुसार, महाप्रबंधक/जोनल रेलवे को फुटफॉल, स्थान की कमी आदि को ध्यान में रखते हुए लिफ्ट के प्रावधान के लिए स्टेशनों/प्लेटफार्मों का चयन करने का अधिकार है।
अगस्त 2022 तक, अब तक 400 स्टेशनों पर 981 लिफ्ट की व्यवस्था की जा चुकी है। लिफ्टों के प्रावधान की वर्षवार विवरण निम्नानुसार है:-
वर्ष
मार्च 2019 तक
2019-20
2020-21
2021-22
2022-23 अगस्त तक
स्थापित लिफ्ट की सं.
484
92
156
208
41
भारतीय रेल विभिन्न स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। रेलवे प्लेटफॉर्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट का प्रावधान इसी का एक हिस्सा है और यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए यह एक आवश्यकता भी है। इस तरह की सुविधा से यात्रियों के बाहर निकलने/प्रवेश करने की सुविधा बढ़ेगी। साथ ही, यह यात्री सुरक्षा में सुधार की दिशा में एक और कदम है।
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