Recent Posts

राष्ट्रपति के फ्लीट रिव्यू 2022 में भारतीय नौसेना के नौकायन पोत (आईएनएसवी)

राष्ट्रपति के फ्लीट रिव्यू 2022 (पीएफआर 2022) के तहत समुद्री यात्रा परेड गतिविधियों के हिस्से के रूप में छह महासागरीय भारतीय नौसेना नौकायन पोत (आईएनएसवी) महादेई, तारिणी, बुलबुल, हरियाल, कदलपुरा और नीलकंठ गोवा से विशाखापत्तनम पहुंचे हैं। ये सभी छह जहाज दक्षिणी नौसेना कमान के तहत गोवा के आईएनएस मंडोवी में महासागरीय नौकायन नोड का हिस्सा हैं और इन्हें नौसेना, अंडमान निकोबार कमान तथा रक्षा मंत्रालय के आईएचक्यू (नौसेना) में तीन कमानों से लिए गए नौसेना अधिकारियों द्वारा संचालित किया जा रहा है। चालक दल में छह महिला अधिकारियों को भी शामिल किया गया है।   यह अभियान 12 जनवरी, …

Read More »

आरसीएस-उड़ान के तहत दिल्ली-खजुराहो के बीच पहली सीधी उड़ान रवाना

दिल्ली और धरोहर वाला शहर खजुराहो के बीच पहली सीधी उड़ान को आज झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इसके साथ ही उड़ान-आरसीएस योजना के तहत 405 मार्गों पर विमान सेवा का संचालन हुआ। स्पाइसजेट को आरसीएस-उड़ान 3.0 के तहत दिल्ली-खजुराहो-दिल्ली मार्ग प्रदान किया गया था। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया, सुश्री उषा पाधी, संयुक्त सचिव, एमओसीए, श्री अजय सिंह, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, स्पाइसजेट, श्री विष्णु दत्त शर्मा, सांसद, खजुराहो, श्री ओम प्रकाश सखलेचा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री और एमएसएमई, मध्य प्रदेश सरकार, श्री कुंवर प्रद्युम्न सिंह लोधी, विधायक, मल्हारा और कई अन्य गणमान्य …

Read More »

छत्तीसगढ़ को रासायनिक उर्वरकों के आवंटन के संबंध में मीडिया की खबरों पर स्पष्टीकरण

छत्तीसगढ़ को रासायनिक उर्वरकों के कम आवंटन के संबंध में प्रकाशित मीडिया रिपोर्टों पर केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय का स्पष्टीकरण निम्नलिखित है: छत्तीसगढ़ को केन्द्र की ओर से स्वीकृत 4.11 लाख टन रासायनिक उर्वरकों के आवंटन के मुद्दे पर यह स्पष्ट किया जाता है कि आम तौर पर उर्वरकों का आवंटन कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीए एंड एफडब्ल्यू) के क्षेत्रीय सम्मेलनों के दौरान राज्य सरकारों द्वारा अनुमानित जरूरत पर आधारित होता है। इन 4.11 लाख टन रासायनिक उर्वरकों में 2 लाख टन यूरिया, 60,000 मीट्रिक टन डीएपी, 50,000 मीट्रिक टन एनपीके (नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटेशियम), 26,000 मीट्रिक टन …

Read More »

नई तकनीक मोल्ड, टर्बाइन ब्लेड जैसे उच्च-मूल्य वाले घटकों तथा एयरोस्पेस घटकों की स्वायत्त रूप से मरम्मत और पुनर्स्थापित कर सकती है

एक भारतीय वैज्ञानिक ने मोल्ड, टर्बाइन ब्लेड जैसे उच्च-मूल्य वाले घटकों तथा अन्य एयरोस्पेस घटकों की मरम्मत और बहाली के लिए पूरी तरह से ऐसी स्वायत्त तकनीक विकसित की है जिसमें न्यूनतम मानव हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। यह उम्मीद की जाती है कि यह तकनीक बहाली और मरम्मत उद्योग को अगले स्तर तक ले जाएगी और आत्मनिर्भर भारत के लिए एक व्यवहार्य अत्याधुनिक लेजर निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के न्यूक्लियेशन में मदद करेगी।   वेल्डिंग और थर्मल स्प्रेइंग जैसी मौजूदा मरम्मत तकनीकें बस किसी प्रकार काम चलाने के लिए हैं और इनसे सटीकता और सूक्ष्मता भी नहीं मिल सकती हैं। …

Read More »

रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के इस वर्ष 40 बिलियन डॉलर का लक्ष्य अर्जित कर लेने की उम्मीद है : श्री पीयूष गोयल

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, कपड़ा, उपभोक्ता मामले तथा खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के इस वर्ष 40 बिलियन डॉलर का लक्ष्य अर्जित कर लेने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इस सेक्टर के कोविड से पहले के स्तर की तुलना में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने की संभावना है। श्री गोयल रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित भारत अंतरराष्ट्रीय आभूषण शो (आईआईजेएस) सिग्नेचर 2022 के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री गोयल ने कहा कि रत्न एवं आभूषण सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था का एक …

Read More »